पटना: बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का कहना है कि बिहार के राजनीतिक मामलों में केवल उनका, राज्य पार्टी के अध्यक्ष नित्यानंद राय और बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव के बयान आधिकारिक माने जाने चाहिए। मोदी ने सोमवार को जन संवाद के बाद अपनी पार्टी के दो संसदों डॉक्टर सीपी ठाकुर और गोपाल नारायण सिंह की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफ़े की मांग को खारिज करते हुए कहा कि ये उनका आधिकारिक बयान नहीं बल्कि निजी राय है। पार्टी में हज़ारों नेता हैं और लोकतंत्र में सबको अपनी निजी राय रखने का अधिकार है।
मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि कोई प्रमाणिक सबूत उनके खिलाफ किसी ने पेश नहीं किया और बिना सबूत के किसी पर आरोप लगा देने से उसका इस्तीफा कैसे मांगा जा सकता है? सुशील मोदी ने न केवल मंजू वर्मा बल्कि अपने पार्टी के मंत्री सुरेश शर्मा के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को नकारते हुए उन्हें कुछ सबूत पेश करने की चुनौती दी। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर सुशील मोदी का कहना था कि जो लोग नैतिकता की बात कर रहे हैं, वे खुद चार्ज शीटेड हैं।
लेकिन उन्हें अपने गिरेबान में झांककर देखने की फुरसत नहीं है।