दरभंगा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने देश में किसानों की हालत पर चिंता जताते हुए आज कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए किसान को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने की जरूरत है। भागवत ने यहां दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि देश में किसान की हालत चिंताजनक है। किसानों की खराब हालत का असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए किसान की हालत सुधारना जरूरी है। इसके लिए खेती और गौपालन की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। आरएसएस प्रमुख ने जैविक खेती को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इसे बढ़ावा देने से किसानों की हालत काफी हद तक बदल सकती है। जैविक खेती को बढ़ावा देने में गौपालन की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने देकर कहा कि इस्लाम धर्म को मानने वाले भी गौपालकों और गौरक्षकों का विरोध नहीं करते। बहुत मुसलमान गौमांस नहीं खाते बल्कि गौपालक और रक्षक हैं। भागवत ने किसी का नाम लिये बगैर सरकार के कामकाज की तारीफ़ करते हुए कहा कि पहले निराशा थी लेकिन अब वैसी चिंता नहीं है। हम आगे बढ़ रहे है और आगे जा सकते हैं।
उन्होंने कहा, "भारत एक न रहे इसलिए कुछ लोग स्वार्थवश समाज को बाँट रहे हैं लेकिन हमलोगों को धैर्य नहीं खोना है। भारतवर्ष के सभी धर्म के लोग हमारे सहोदर भाई हैं। हमलोग समाज के सेवक हैं। समाज के हित में संघ हमेशाा काम करता रहेगा।"