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नई दिल्ली: अयोध्या के ऐतिहासिक फैसले के हवाले से सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मंदिर का अधिष्ठाता देवता मंदिर से जुड़ी भूमि के मालिक है। पुजारी केवल पूजा करने और देवता की संपत्तियों के रखरखाव के लिए हैं। पुजारी को भूमिस्वामी के रूप में नहीं माना जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि पुजारी सिर्फ दानभोगी होता है और अगर मंदिर में प्रार्थना और भूमि प्रबंधन में विफल होता है, तो ये दान उससे लेकर किसी और को दिया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पुजारी कोई सरकारी लीजधारक, काश्तकार या जोतने वाली जमीन का किराएदार नहीं होता बल्कि वो सिर्फ प्रबंधन के उद्देश्य से भूमि रखता है।

जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने अयोध्या फैसले सहित पहले के फैसलों का जिक्र करते हुए मध्य प्रदेश के एक मामले में ये फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा मंदिर की संपत्तियों से संबंधित राजस्व रिकॉर्ड से पुजारी के नाम को हटाने के लिए जारी किए गए सर्कुलरों को बरकरार रखा है।

भोपाल: मध्य प्रदेश अपने मेडिकल पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इसके तहत अब एमबीबीए के छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ आरएसएस के विचार भी पढ़ने होंगे। छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए देश के विचारकों और वैल्यू बेस्ड मेडिकल एजुकेशन को इसी सत्र से शामिल किया जा रहा है। 

इसको लेकर रविवार को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का बयान भी आया है। उन्होंने बताया कि वैल्यू बेस्ड मेडिकल एजुकेशन के लिए आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. आंबेडकर, स्वामी विवेकानंद, महर्षि चरक, आचार्य सुश्रुत के विचारों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जा रहा है। 

फाउंडेशन कोर्स में बतौर लेक्चर होंगे शामिल 

जानकारी के मुताबिक, चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने 25 जनवरी को एक नोटशीट संबंधित विभाग के अफसरों को भेजी थी। पांच सदस्यों की कमेटी सुझाव लेने के लिए बनाई गई थी।

भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने कलेक्टर को लेकर विवादित बयान दिया है। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कलेक्टर की औकात क्या है? तुम्हारे जैसे कई कलेक्टर आए और चले गए और कई आएंगे। महंगाई के खिलाफ पदयात्रा निकालने की अनुमति नहीं देने पर विधायक लक्ष्मण सिंह ने कलेक्टर पर निशाना साधा। शनिवार को महंगाई के मुद्दे पर मधुसूदनगढ़ में निकाली गई पदयात्रा को लिखित अनुमति न देने पर वह भड़क गए । 

गौरतलब है कि शनिवार को चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह की अगुआई में महंगाई के खिलाफ 15 किमी की पदयात्रा निकाली गई थी।  मधुसूदनगढ़ इलाके के उकावद गांव के ढोका मंदिर से यह यात्रा शुरू हुई और यहीं पर समापन  किया गया। कलेक्टर से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद इस पदयात्रा में पूर्व मंत्री और राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह भी शामिल हुए। पदयात्रा के समापन के मौके पर राघौगढ़ के विधायक जयवर्धन सिंह और उनके चाचा विधायक लक्ष्मण सिंह ने भाजपा सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा।

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर एक बड़ी सी होर्डिंग लगवाई है, जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ को भगवान कृष्ण और मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 'कंस मामा' के रूप में चित्रित किया गया है। होर्डिंग पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मनमोहन सिंह और एआईसीसी के प्रभारी सचिव मुकुल वासनिक के साथ-साथ दिग्विजय सिंह की भी तस्वीरें लगाई गई हैं।

कांग्रेस नेता शहरयार खान ने कहा कि पोस्टर के जरिए लोग कमलनाथ से एक बार फिर राज्य का विधानसभा चुनाव (2023) लड़ने और भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाने की अपील कर रहे हैं। इस होर्डिंग के जरिए राज्यवासियों को जन्माष्टमी की बधाई भी दी गई है। पिछले साल भी कमलनाथ का एक डिजिटल पोस्टर, जिसमें उन्हें 'विकास का अर्जुन' दिखाया गया था, कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सोशल मीडिया साइटों पर वायरल हुआ था। तब उसे कांग्रेस के राज्य सचिव राकेश सिंह यादव द्वारा प्रसारित किया गया था, जिसमें कमलनाथ को पार्टी के उद्धारकर्ता के रूप में दिखाया गया था।

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