ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

नीमच: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का एक और विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के‌ लोग कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर खुद ही पत्थर फिंकवाते हैं। हालांकि इन तथ्यों की जांच उन्होंने नहीं कराई है। दिग्विजय का कहना है कि ऐसी शिकायतें उनके पास आ रही हैं, जिसकी वो जांच कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दो दिन के दौरे पर सोमवार देर रात जावद विधानसभा के ग्राम मोड़ी पहुंचे थे। यहां दलित कार्यकर्ता के घर रात्रि विश्राम कर प्रातः राम धुन प्रभात रैली में शामिल हुए और मोड़ी माता जी के दर्शन किए। कार्यक्रम के पश्चात प्रेस वार्ता में दिग्विजय शामिल हुए। पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान दिया और कहा कि मेरे पास कुछ ऐसी शिकायतें आ रही हैं, लेकिन उसकी जांच नहीं की गई है।

इसमें कहा गया है कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर खुद ही पत्थर फिकवाते हैं भाजपा के लोग। हालांकि उन्होंने इस बात को लेकर तथ्यों की जांच करने की बात कही है।

श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर में नशे में धुत विधायकों द्वारा वनकर्मियों पर हमला करने का मामला सामने आया है, हालांकि पुलिस ने काफी फजीहत के बाद केस दर्ज कर लिया है। श्योपुर में शराब के नशे में धुत भाजपा विधायक के दबंग बेटों ने सत्ता के नशे में खूब हंगामा काटा। श्योपुर के विजयपुर से भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी के बेटे धनराज ओर दीनदयाल आदिवासी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर बुढेरा वन रेंज की पिपरानी वन चौकी पर तैनात वनकर्मियों से गाली गलौज करते हुए जमकर मारपीट की।

सत्ताधारी भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी के बेटों की वनकर्मियों से खुले आम की गई गुंडागर्दी ओर दबंगाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस उप मंडल अधिकारी राम तिलक मालवीय ने कहा, धनराज, दीनदयाल, टिल्लू और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ आईपीसीसी की धारा 323, धारा 294 और धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। धनराज और दीनदयाल भाजपा विधायक के बेटे हैं।

भोपाल: अभी हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती पर देश के अलग-अलग प्रदेशों में हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिलीं। इस दौरान जान-माल की काफी क्षति भी पहुंची। वहीं इससे इतर, भोपाल से एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है, जो कि देश की एकता, अखंडता और भाईचारे की मजबूती को प्रदर्शित करती है। बता दें कि शनिवार यानि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर भोपाल शहर में कई विशेष आयोजन हुए। इस दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में जुलूस भी निकाले गए। काफी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग इस पर्व को मनाते हुए दिखाई दिए। इसी बीच शहर में एक जुलूस पहुंचा तो इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी अपनी भागेदारी दिखाते हुए इस पर्व का आनंद उठाते हुए दिखाई दिए।

इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि एक सड़क पर जुलूस के दौरान काफी संख्या में लोग लाल झंडे लिए हुए हैं। इसी बीच कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग भी इस जुलूस में दिखाई देते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग वहां जुटी भीड़ पर फूल बरसाते हुए दिखाई देते हैं।

भोपाल: भोपाल में हनुमान जयंती पर पुलिस प्रशासन ने पुराने शहर के कई इलाकों में कड़ी सुरक्षा के बीच शर्तों के साथ जुलूस निकालने की इजाज़त दी है। हालांकि पांच दिन पहले रामनवमी के दिन मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में हिंसा देखने को मिली थी, जिसके बाद सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। रामनवमी के दिन जुलूस के दौरान खरगोन जिले में हिंसा देखने को मिली थी। भोपाल पुलिस ने 16 शर्ते रखी हैं। इसमें कहा गया है कि त्रिशूल, गदा के अलावा अन्य हथियार जुलूस में नही ले जा सकेंगे। डीजे पर बजने पर वाले गानों की लिस्ट भी देनी होगी और एक जुलूस में सिर्फ एक डीजे ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। आयोजक पुलिस के साथ जुलूस के आगे चलेंगे। 600 पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे औऱ ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी।

शाम साढ़े चार बजे कालीघाट मंदिर, चार बत्ती चौराहा, बुधवारा, इतवारा, मंगलवारा, आज़ाद मार्केट, जुमेराती, घोड़ा नक्कास, बस स्टेंड भोपाल टॉकीज़, झूलेलाल मंदिर और सिंधी कॉलोनी इलाके में जुलूस निकाले जायेंगे। संवेदनशील स्थानों पर विशेष व्यवस्था पुलिस की तरफ से की जा रही है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख