सिवनी: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में दो आदिवासी युवकों की पीट-पीटकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक ओर अभी खरगोन की घटना शांत भी नहीं हुई थी, वही सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा के तहत सिमरिया गांव में दो आदिवासी युवकों की पीट पीट कर हत्या कर दी गई। वहीं हत्या का आरोप बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर लगा है। बताया जा रहा है कि बजरंग दल के लोगों द्वारा बीती रात 2 आदिवासियों को गोवंश हत्या के शक में पकड़ा गया और उनकी इतनी पिटाई की गई कि दोनों की मौके पर मौत हो गई।
आरोपियों के घर चलाया जाए बुलडोजर
वहीं इस मामले पर पूरा आदिवासी समाज आक्रोशित हो गया है। इसके बाद कुरई के नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। घटना की जानकारी लगते ही बरघाट विधायक अर्जुन काकोडिया भी मौके पर गए और चक्का जाम कर दिया। विधायक की मांग है कि जैसा कि शिवराज सरकार पूरे मध्य प्रदेश में आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला रही है, वैसे ही इन आरोपियों के घर पर ही तत्काल बुलडोजर चलाया जाए।
पूरे मध्य प्रदेश से बजरंग दल दल पर प्रतिबंध लगाया जाए मामले की गंभीरता को देखते हुए सिवनी एसपी और कलेक्टर भी घटनास्थल पर पहुंचे। विधायक को समझाया बुझाया गया। वहीं अभी आरोपी युवक फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। खबरों के मुताबिक, 15-20 लोगों के समूह ने इन युवकों को बुरी तरह पीटा। पुलिस का कहना है कि 20 लोगों के खिलाफ मामला कुराई पुलिस ने दर्ज किया गया है। यह घटना सोमवार रात ढाई-तीन बजे के करीब हुई है। इनमें से छह व्यक्तियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि 2-3 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि पीड़ितों के घर से कुछ मांस बरामद किया गया है, जिसकी जांच कराई जा रही है। शिकायतकर्ता ब्रजेश बट्टी भी इस हमले में घायल हुआ। उसने कहा, भीड़ ने सागर निवासी संपत बट्टी और सिमरिया निवासी धनसा पर लाठी-डंडों से हमला किया। कांग्रेस विधायक काकोदिया का आरोप है कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा और रोजगार दिए जाने की मांग की।