नई दिल्ली: रायपुर पुलिस की ओर से कालीचरण महाराज की खजुराहो से हुई गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि यह इंटर स्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार को यह नहीं करना चाहिए था। संघीय मर्यादा इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देती है। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उनको नोटिस देकर भी बुला सकती थी। मैंने मप्र के डीजीपी को कहा है कि तत्काल छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात करें कि क्या तरीका है उनका। गिरफ्तारी के इस तरीके पर आपत्ति व्यक्त करना है। अपना विरोध दर्ज कराएं और स्पष्टीकरण भी लें।
वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने नरोत्तम मिश्रा पर पलटवार करते हुए कहा है कि पहले नरोत्तम मिश्रा ये बताएं कि महात्मा गांधी को गाली देने वालों की गिरफ्तारी से वो खुश हैं या दुखी हैं। दूसरी बात है कि किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है। जो विधिक प्रावधान है, उसी के तहत कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा, महात्मा गांधी जिन्होंने विश्व को शांति, भाईचारा, प्रेम, सत्य, अहिंसा और समानता का संदेश दिया, ऐसे महापुरूष के बारे में कोई अभद्र भाषा का प्रयोग करे तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ये कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि उसके परिवारवालों को और उसके वकील को सूचना दे दी गई है। 24 घंटे के अंदर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में ‘अपमानजनक' टिप्पणी करने और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की तारीफ करने के आरोप में कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद से भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है।