भोपाल: मध्य प्रदेश के ग्वालियर नगर निगम में वार्ड नंबर 44 के पार्षद एवं हिन्दू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया ने बुधवार, 25 फरवरी को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में चौरसिया कांग्रेस में शामिल हुए। चौरसिया जिस वार्ड से पार्षद हैं, वहां देश का इकलौता नाथूराम गोडसे का मंदिर है। चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की है।
बाबूलाल गोडसे की घर वापसी हुई है क्योंकि वह पहले भी कांग्रेस में थे। लेकिन पिछले चुनाव में टिकट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने कांग्रेस से बगावत करते हुए हिन्दू महासभा के टिकट पर पार्षदी का चुनाव लड़ा था और कांग्रेस की उम्मीदवार शम्मी शर्मा को हराया था। चौरसिया के कांग्रेस में वापसी के मौके पर ग्वालियर साउथ के विधायक प्रवीण पाठक और प्रखंड अध्यक्ष संतोष शर्मा समेत पार्टी के कई नेता मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हैं।
कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर के एक पार्षद को कांग्रेस में शामिल कराने के श्रेय अब उनके खाते में है। कमलनाथ अपनी सरकार के पतन के बाद 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की ज़मीन तैयार करने में जुटे हुए हैं।