भोपाल: मध्यप्रदेश के मंदसौर जाने की कोशिश कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को पुलिस ने सेक्शन 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उन्हें रतलाम-मंदसौर सीमा से गिरफ्तार किया गया है क्योंकि मंदसौर में धारा 144 लागू है। गिरफ्तारी से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि धारा 144 लागू होने के चलते मैंने पुलिस से कहा कि मैं अकेले जाऊंगा। कौन रोक सकता है एक इंसान को जाने से? बताया जा रहा है कि सिंधिया, सांसद कांतिलाल भूरिया और उनके कई अन्य समर्थकों को ऐहतियातन ढोढर में रोक दिया गया। सभी लोग रतलाम के रास्ते मंदसौर जाने की कोशिश में थे। सिंधिया मंदसौर जिले के पिपल्यामंडी में पुलिस गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिजन से मिलने जा रहे थे। प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी थी, इसी के मद्देनजर उन्हें ऐहतियातन रोक दिया गया। उनके साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी मौजूद थे। वहीं मंगलवार सुबह राजस्थान के रास्ते मंदसौर आने की कोशिश कर रहे गुजरात में पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल को भी प्रशासन ने राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती नीमच जिले के नयागांव में गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें बाद में जमानत पर रिहा करते हुए राजस्थान के निंबाहेड़ा के रास्ते वापस भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिले के रेहटी गांव में कर्ज के बोझ के तले दबे किसान दुलीचंद के ज़हर खाकर जान देने की ख़बर है। बताया जा रहा है कि 52 साल के दुलीचंद ने सोमवार को जहर खाकर खुदकुशी कर ली। उन पर 6 लाख से ज्यादा का कर्ज था, हालांकि डॉक्टर जहर से मौत से इनकार कर रहे हैं। तीन दिन पहले भी रायसेन में किशन सिंह मीणा ने खुदकुशी की थी।