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भोपाल: मध्यप्रदेश की साइबर क्राइम पुलिस ने अश्लील वेबसाइट बनाने एवं इसके जरिये देह व्यापार कराने के मामले में भाजपा के एक स्थानीय नेता एवं तीन ग्राहकों सहित नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक आरोपी फरार है। साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया, 'साइबर क्राइम पुलिस भोपाल ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो अश्लील वेबसाइट बनाकर कथित रूप से लड़कियां उपलब्ध कराने के लिए ग्राहकों की बुकिंग करते थे तथा लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बुला कर उन्‍हें देह व्यापार में धकेल देते थे।' उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने दिनेश सिंह उर्फ डेविड (23), सुरेश गहलोत (33), रवि प्रजापति (26), हरजीत धनवानी (26), कृष्ण कुमार जयसवाल (21), सुरेश बेलानी (30), मिसवा उद्दीन (22), नीरज शाक्य (33) सभी भोपाल निवासी एवं पन्ना जिले के धरमपुर गांव के रहने वाले मनोज कुमार गुप्ता (39) को गिरफ्तार किया है। इसमें नीरज शाक्य भाजपा का स्थानीय नेता है। प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने बताया, 'इस अनैतिक कृत्य में नीरज शाक्य के शामिल होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने शाक्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया।'

चौहान ने कहा, 'साइबर क्राइम पुलिस ने कल मध्यरात्रि के आसपास शहर के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी स्थित एक फ्लैट पर छापा मारकर देह व्यापार में लिप्त नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें तीन ग्राहक हैं, जबकि छह देह व्यापार के सरगना हैं। उन्होंने कहा कि यह छापा मुखबिर से मिली सूचना पर मारा गया और इन आरोपियों के चंगुल से नौकरी लगवाने के लिए बुलाई गई चार लड़कियों को मुक्त कराया गया है, जिनमें से महाराष्ट्र की दो लड़कियां हैं और मेघालय एवं मध्यप्रदेश के पन्ना की एक-एक लड़कियां हैं। इन सभी लड़कियों को फोन पर कॉल कर इसी फ्लैट में ही बुलाया गया था और नौकरी लगाने का आश्वासन दिया गया था। चौहान ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ये शातिर बदमाश उन लड़कियों की तलाश करते थे, जो नौकरी पाने के लिए अपने बायोडाटा को जॉब दिलाने वाली वेबसाइटों पर लोड करती थीं और नौकरी का आश्वासन देकर कम पढ़ी-लिखी एवं गरीब तबके की लड़कियों को होटल में रिसेप्शनिस्ट, ब्यूटी पार्लर एवं कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने के नाम पर फोन कर बुलाते थे और जाल में फंस जाने पर लड़कियों को देह व्यापार में धकेल देते थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में सुभाष उर्फ वीर द्विवेदी फरार है और उसकी तलाश जारी है। वह मूल रूप से मध्यप्रदेश के सतना जिले का रहने वाला है और वर्तमान में भोपाल में ही रह रहा था। उन्होंने कहा कि इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 के तहत मामला दर्ज किया गया है। चौहान ने बताया कि मनोज इस गिरोह का मैनेजर है तथा मिसवा, सुरेश एवं हरजीत ग्राहक हैं, जबकि अन्य आरोपी लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर फंसाते थे। उन्होंने कहा कि यह रैकेट लगभग तीन महीने से चल रहा था. यह वेबसाइट दिल्ली में रजिस्टर्ड है और इसके मालिक को पकड़ने के लिए पुलिस जल्द ही दिल्ली जाएगी। भोपाल के अलावा भी इनका रैकेट हो सकता है। चौहान ने बताया, 'हो सकता है कि यह गिरोह लड़कियों को होटल में आपूर्ति करता हो. इसके बदले में ग्राहकों से 1,500 रुपये लेते थे। इस गिरोह ने अब तक कितने ग्राहक बनाए हैं, उसका डाटा लेने का प्रयास पुलिस कर रही है। साइबर क्राइम पुलिस भोपाल में शिकायत प्राप्त हुई कि एक अश्लील वेबसाइट 'भोपाल कॉल गर्ल डॉट इन' है, जो वेबसाइट बनाकर मोबाइल नंबर के माध्यम से ग्राहकों से सम्पर्क करते हैं और लड़कियां उपलब्ध कराने के लिए बुकिंग करते थे। जब पुलिस ने जांच की तो मालूम चला कि यह गिरोह भोपाल की अरेरा कॉलोनी में रहकर काम कर रहा है।

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