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भिंड: मध्यप्रदेश में हुए ईवीएम मशीन विवाद के बाद दो सरकारी अफसरों का इस मामले में तबादला कर दिया गया है। राज्य में दो सीटों पर होने वाले उप चुनावों से पहले खड़े हुए इस विवाद के बाद यह आदेश दिया गया। अब चुनाव आयोग ने भिंड जिले के जिला मजिस्ट्रेट और एसपी पद के लिए नए नामों के सुझाव मांगे हैं। यह आदेश उन रिपोर्टों के आने के बाद लिया गया जिसके तहत यह बात सामने आई कि वीवीपीएटी वाली मशीनों में बटन दबाते ही बीजेपी के कमल के निशान की पर्चियां निकल रही हैं। 9 अप्रैल को मध्यप्रदेश की बांधवगढ़ और अटेर में उपचुनाव होने हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में वोटिंग मशीन में हुई गड़बड़ी को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं। ट्विटर पर इस पर बात रखते हुए यादव ने लिखा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने लिखा कि बात सिर्फ़ ई.वी.एम. मशीन की जांच की नहीं, चुनावी प्रक्रिया में जनता के विश्वास की है। इससे पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने मध्य प्रदेश में वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी को निर्वाचन आयोग के समक्ष उठाया और मांग की कि आगामी चुनावों ईवीएम का प्रयोग रोक दिया जाए और मतपत्र के जरिये चुनाव करवाने की व्यवस्था बहाल की जाए। दोनों दलों के नेताओं ने शनिवार को मध्य प्रदेश में वीवीपीएटी मशीनों के ट्रायल को लेकर वायरल हुए वीडियो के हवाले से वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी के अपने दावे को पुख्ता बताया।

वीवीपीएटी वे मशीन होती हैं जिससे निकलने वाली पर्ची से पता चलता है कि मतदाता ने किसे वोट दिया।

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