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मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय ने अपना फंदा कसते हुए धन शोधन मामले की जांच के संबंध में महाराष्ट्र के पूर्व लोक निर्माण मंत्री एवं राकांपा नेता छगन भुजबल को 14 मार्च को तलब किया है। एजेंसी मामले में धन शोधन रोकथाम कानून के तहत उनके बयान दर्ज कर सकती है। भुजबल को समन भेजे जाने के बारे में पहले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट किया और बाद में एजेंसी सूत्रों ने पुष्टि की, हालांकि अनिच्छा से। सोमैया ने ट्वीट किया, 'अब श्री छगन भुजबल को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन...फेमा मामले को लेकर 14 मार्च को बुलाया है...महाराष्ट्र सदन और अन्य मामलों के लिए।' प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें भुजबल और उनके कुछ सहयोगियों तथा पूर्व मंत्री के पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके भतीजे समीर का नाम शामिल है। पिछले महीने गिरफ्तार समीर इस समय यहां उच्च सुरक्षा वाली ऑर्थर रोड जेल में बंद है।

पुणे: पिछले दिनों कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने जिस तरह महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटवाने का प्रयास किया था, उसी तरह कुछ महिलाओं ने नासिक जिले के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर के गर्भगृह में महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को धता बताने के लिए मंदिर की ओर कूच किया, लेकिन उन्हें पुलिस ने आज (सोमवार) मंदिर से करीब 80 किलोमीटर दूर रोक लिया और हिरासत में ले लिया। भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई के नेतृत्व में संगठन के बैनर तले करीब 150 से 175 के बीच महिला कार्यकर्ताओं को ग्रामीण पुलिस ने नांदुरशिंगोते गांव में महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर कस्बे की ओर जाने से रोक लिया। आज महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में लोग मंदिर में दर्शन करने आये थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला कार्यकर्ताओं को महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत हिरासत में ले लिया गया। नासिक से 30 किलोमीटर दूर और पुणे से 160 किलोमीटर दूर त्र्यंबक शहर को देशव्यापी आतंकी खतरे के मद्देनजर किले में तब्दील कर दिया गया।

मुंबई: शिवसेना ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को ‘मुफ्त प्रसिद्धि’ दिलाने के लिए भाजपा पर सोमवार को परोक्ष हमला करते हुए पूछा कि कन्हैया को इतने कम समय में जमानत कैसे मिल गई जबकि ‘देशद्रोह’ के अन्य आरोपी अब भी जेल की सलाखों के पीछे हैं। पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में कहा कि (केंद्रीय मंत्री) वेंकैया नायडू ने कहा कि कन्हैया कुमार को मुफ्त प्रसिद्धि मिल रही है। यदि ऐसा है तो उसे मुफ्त की यह प्रसिद्धि दिलाने के लिए कौन जिम्मेदार है? आज, कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता। उसने कहा कि छोटी से छोटी चीज की कीमत चुकानी पड़ती है। पीएफ में बचत की राशि जमा करने वाले कामकाजी वर्ग के लोगों और श्रमिकों की कमाई पर भी अब कर लगेगा। संक्षेप में, सरकार ने लोगों को केवल यह दिखाया है कि कुछ भी मुफ्त नहीं दिया जाएगा। शिवसेना ने कहा कि गुजरात में पटेल समुदाय के लिए आरक्षण की मांग के आंदोलन का नेतृत्व करने वाला हार्दिक पटेल ‘देशद्रोह’ का आरोप लगने के बाद अब भी सलाखों के पीछे है और वही स्थिति कर्नल पुरोहित तथा साध्वी प्रज्ञा की है।

मुंबई: जेड श्रेणी की सुरक्षा घेरे में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे ने रविवार को आरोप लगाया कि उनकी सुरक्षा में तैनात कर्मी अपनी ड्यूटी में लापरवाह हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि सरकार को उनकी सुरक्षा और पुख्ता करने की जरूरत नहीं है और अगर उनके साथ कुछ अप्रिय होता है तो वह उसे जिम्मेदार नहीं ठहराएंगे। हजारे ने कहा कि करीब ढाई हजार लोगों की जनसंख्या वाले (महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के) रालेगण सिद्धी गांव में नौ अंगरक्षकों और 28 पुलिसकर्मियों को रखना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि जब वह सुबह योग करते हैं तो उनके सुरक्षाकर्मी या तो वहां होते नहीं हैं या देर से आते हैं। उन्होंने कहा, 'वे अपने मोबाइल फोन या चैटिंग में व्यस्त रहते हैं। अगर कोई अंदर आकर मुझे मार दे तो उन्हें एहसास तक नहीं होगा।' भारतीय सेना में सैनिक रहे हजारे ने कहा, 'मेरा भारत-पाक युद्ध के दौरान खेमकरन सेक्टर में मौत से सामना हुआ था। मुझे जो मिला वह बोनस है। मैं देश और समाज की अंतिम सांस तक सेवा करूंगा।'

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