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अलीबाग: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि भले ही भाजपा उनके लिए दरवाजा खोले, लेकिन वह अपने पूर्व सहयोगी के पास वापस नहीं जाएंगे। ठाकरे ने इसके साथ ही सत्तारूढ़ दल पर ‘विश्वासघात' कर 2022 में उनकी सरकार को गिराने का आरोप लगाया।

ठाकरे ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग में एक रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि अगर भाजपा लोकसभा चुनाव जीतती है। तो भारत के साथ-साथ चीन में भी पटाखे फोड़े जाएंगे क्योंकि नई दिल्ली में एक ‘डरपोक' सरकार होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर भाजपा की आलोचना की कि पाकिस्तान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारत का अगला प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्सुक है।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा चुनाव के दौरान पाकिस्तान का नाम लेकर भय फैलाने का सहारा ले रही है। पुंछ आतंकी हमले का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वहां नहीं जाएंगे। बल्कि उन्हें (ठाकरे को) नेस्तनाबूद करने के लिए महाराष्ट्र आएंगे।

मुंबई: कांग्रेस से निष्काषित संजय निरुपम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिंदे की उपस्थिति में उन्होंने शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के चलते उन्हें छह वर्षों के लिए निष्काषित किया था।

‘मुझे सीएम शिंदे पर भरोसा’: संजय निरुपम

शिवसेना में शामिल होने के बाद, निरुपम ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं 20 साल बाद फिर से शिवसेना में आ गया हूं। मेरी सांसों में शिवसेना ही रही है। हम पार्टी को मजबूत करेंगे और मुख्यमंत्री शिंदे की ताकत को बढ़ाएंगे। मुझे सीएम शिंदे पर भरोसा है, वे जो जिम्मेदारी देंगे, मैं ईमानदारी से निभाऊंगा। बता दें, 2006 तक निरुपम शिवसेना से राज्यसभा सांसद थे।

बता दें, निरुपम 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किया गया था। उन्होंने 2009 के चुनावों में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट जीती, उस समय उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता राम नाइक को एक करीबी मुकाबले में हराया।

सांगली (जनादेश ब्यूरो): महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट को लेकर महा विकास अघाड़ी में खींचतान चल रही है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने गुरुवार (2 मई) को कहा कि उनकी पार्टी ने गठबंधन की खातिर सहयोगियों के लिए वह सीटें छोड़ दी हैं, जिन पर उन्होंने 5 बार जीत हासिल की थी।

सांगली में अपनी पार्टी के उम्मीदवार चंद्रहार पाटील के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने मतदाताओं से अपील की कि वह निरंकुशता के खिलाफ लड़ाई में वोटों का विभाजन न होने दें।

साथ ही उन्होंने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि सभी दिन एक जैसे नहीं होते हैं। ठाकरे ने विश्वास जताया कि 'इंडिया' गठबंधन 300 लोकसभा सीटें जीतेगा।

'हमने कई जीती हुई सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ीं': उद्धव

सांगली सीट से कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वसंतदादा पाटील के पोते विशाल पाटील निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने मौजूदा सांसद संजय काका पाटील को मैदान में उतारा है।

मुंबई (जनादेश ब्यूरो): शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को दावा किया कि "बीजेपी की पूर्ववर्ती पार्टी जनसंघ ने 1950 के दशक में महाराष्ट्र राज्य के निर्माण के संघर्ष में हिस्सा नहीं लिया था।" उद्धव शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) के महा विकास अघाड़ी की संयुक्त चुनावी रैली में बोल रहे थे।

पीएम मोदी के भटकती आत्मा वाले बयान पर उद्धव का तंज

उद्धव ठाकरे ने कहा, "वे कभी भी स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं थे। यहां तक ​​कि संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में भी बीजेपी की मूल पार्टी जनसंघ ने कभी हिस्सा नहीं लिया। मेरे दादा 'प्रबोधनकर' ठाकरे, मेरे पिता (बाल ठाकरे) और चाचा श्रीकांत ठाकरे उस आंदोलन में सबसे आगे थे। जनसंघ संयुक्त महाराष्ट्र समिति का हिस्सा था।"

'जनसंघ ने महाराष्ट्र आंदोलन में कभी नहीं लिया हिस्सा'

उन्होंने दावा किया कि "उनका उद्देश्य समिति में शामिल होना, कुछ मांगना और निकल जाना था। ठाकरे ने कहा कि जब चुनाव आए तो जनसंघ ने सीटों के बंटवारे को लेकर समिति को तोड़ दिया।"

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