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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

पुणे: भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में बयान देने पर एनसीपी नेता शरद पवार को तलब करने की अपील की गई है। सामाजिक समूह विवेक विचार मंच ने कहा कि इस मामले में पवार ने जो बयान दिए उससे पता चलता है कि उनके पास कई अतिरिक्त सूचनाएं हैं, इसलिए उन्हें बुलाकर पूछताछ की जाए। दो सदस्यीय आयोग इस मामले की जांच कर रहा है। आयोग के समक्ष दिए आवेदन में विवेक विचार मंच के सदस्य सागर शिंदे ने 18 फरवरी को पवार की तरफ से बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन का हवाला दिया है।

उन्होंने कहा कि पवार ने आरोप लगाया है कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं - मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े ने भीमा-कोरेगांव और उसके आस-पास के इलाकों में अलग माहौल पैदा कर दिया था। उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। शिंदे ने कहा कि उसके पास यह विश्वास करने के कारण हैं कि पवार के पास प्रासंगिक एवं अतिरिक्त सूचनाएं हैं। ये उन सूचनाओं से अलग हैं जो उन्होंने हिंसा तथा अन्य संबंधित मामलों के संबंध में आयोग के समक्ष पूर्व में दायर हलफनामे में साझा की हैं।

नागपुर: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के उस कथित बयान के लिए उनकी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि 15 करोड़ मुसलमान देश के 100 करोड़ हिंदुओं पर भारी हैं और कहा कि बहुसंख्यक समुदाय की सहिष्णुता को उसकी कमजोरी न समझा जाए। पठान ने कथित तौर पर कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी एक रैली के दौरान टिप्पणी की थी कि 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ने हालांकि बाद में दावा किया कि उनके बयान को संदर्भ से इतर उद्धृत किया गया।

नागपुर में संवाददाताओं से बात करते हुए फडणवीस ने पठान से माफी और उद्धव ठाकरे सरकार से उन पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा, 'हम वारिस पठान द्वारा दिए गए बयान की निंदा करते हैं और उनसे माफी की मांग करते हैं। अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो राज्य सरकार को निश्चित रूप से उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।'

औरंगाबाद: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अपने नेता वारिस पठान से कर्नाटक में दिए गए उनके कथित 15 करोड़ लोगों वाले विवादित बयान पर सफाई मांगेगी। पार्टी के एक नेता ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। पठान ने 16 फरवरी को उत्तरी कर्नाटक के कलबुर्गी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एक रैली को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ लोगों पर भारी पड़ सकते हैं। पठान के वायरल हुए वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है, 'हमें साथ चलना होगा। हमें आजादी लेनी होगी, जो चीजें मांगने से नहीं मिलतीं, वह छीनकर लेनी होती हैं, याद रखिए...(हम) 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।'

एआईएमआईएम की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष और औरंगाबाद के लोकसभा सदस्य इम्तियाज जलील ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'हमारी पार्टी वारिस पठान के बयान का समर्थन नहीं करती। पार्टी उनके बयान के लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी।' उन्होंने कहा, 'अगर जरूरत पड़ी तो हम पार्टी कार्यकर्ताओं को भाषण देते समय क्या बोलना है और क्या नहीं बोलना है, इसकी सूची बनाकर देंगे।'

नई दिल्ली: महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्‍ली में मुलाकात की। मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने संवाददाताओं से बात करते हुए बताया कि पीएम मोदी के साथ सीएए, एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आशवस्त किया है कि वह पूरे देश में एनआरसी को लोगू नहीं करेंगे। आदित्य ठाकरे और संजय राउत के साथ प्रेस क्रांफ्रेंस करते हुए उद्दव ठाकरे ने कहा कि हमनें यह समझ लिया है कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर की भूमिका क्या है।

सीएए का समर्थन करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है। जो लोग सीएए के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं, उन्हें समझने की जरूरत है। साथ ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि एनपीआर का संबंध जनसंख्या है और जनसंख्या की गणना हर 10 साल में होती है। एनआरसी पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि एनआरसी मुसलमानों के लिए खतरा है, इसके जरिए देश से मुसलमानों को बाहर निकाला जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं है, अगर कोई विवाद होता है तो देखेंगे कि क्या करना है।

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