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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोनावायरस संक्रमण के 82 नए मामले मंगलवार को सामने आए। इसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 302 तक पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह एक दिन में सामने आए अब तक के सबसे ज्यादा मामले हैं। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई से 59 नए मामले सामने आए हैं। अचानक से इतने मामले इसलिए बढ़े हैं, क्योंकि बीते चार-पांच दिनों के दौरान मुंबई के मामले गिनने में कुछ गलती हुई थी और सटीक आंकड़े मंगलवार को संकलित किए गए। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी इसलिए हुई है, क्योंकि जांच करने वाले केंद्रों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके अलावा काफी लोग ठीक भी हो रहे हैं।

अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को संक्रमित पाए गए 82 मरीजों में से 59 सिर्फ मुंबई के हैं, जबकि 13 ठाणे के, पांच पुणे के, तीन अहमदनगर के और दो बुलढाना के हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की निदेशक अर्चना पाटिल ने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों में कई मामलों को जोड़ने में कुछ गलती हुई थी। इसलिए मंगलवार को मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देशभर में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद रोजी-रोटी की समस्या के चलते देशभर में मजदूरों का पलायन हो रहा है। दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आदि जैसे कई राज्य हैं, जहां से लोग पैदल ही अपने गांव वापस जा रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र और कर्नाटक में अपने घरों की ओर वापसी कर रहे कुछ लोग हादसे का शिकार हो गए। दो हादसों में दस लोगों की मौत हो गई।

महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई तालुका में शनिवार को तेज गति से आ रहे टेंपो से कुचल कर चार लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। ये सभी गुजरात से मुंबई पैदल जा रहे थे। हादसे के बाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना परोले गांव में तड़के तीन बजे हुई जब तेज गति से आ रहे एक टेंपो ने गुजरात से मुंबई पैदल जा रहे कुछ लोगों को कुचल दिया। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए।

वहीं, कनार्टक के बाहरी इलाके में एक मजदूरों को ले जा रही लॉरी से टकराकर छह लोगों की मौत हो गई। हादसा आउटर रिंग रोड पर हुआ। लॉरी मजदूरों को कनार्टक में उनके गांवों में ले जा रही थी।

पुणे: महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य की जेलों में सात साल अथवा उससे कम की कैद की सजा काट रहे 11000 कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई में शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ गुरुवार रात हुई बैठक में कैदियों की रिहाई से जुड़ी औपचारिकताओं को एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का आदेश दिया है। देशमुख ने कहा कि जेलों से भीड़ कम करने के लिये सात साल या उससे कम सजा वाले करीब 11,000 कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा, “हम विचाराधीन कैदियों को जमानत देने तथा निर्धारित सजा से अधिक काट चुके लोगों को पूर्णत: रिहा करने पर भी विचार कर रहे है।”

गृह मंत्रालय ने पहले ही महाराष्ट्र के नौ केंद्रीय कारागारों (मुंबई, ठाणे, खारघर, नासिक, पुणे, औरंगाबाद, कलंबा, अमरावती और नागपुर) को भारी भीड़ के कारण कैदियों को स्थानांतरित करने के लिये कहा है। खास तौर पर मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बड़ी संख्या में कैदी बंद हैं।

मुंबई: पूरे देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन है। लोगों का घर से बाहर निकलना मना है। इस सबके बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार मुंबई में अपने परिवार के साथ हैं। इस दौरान वह परिवार के सदस्यों के साथ शतरंज खेलकर समय गुजार रहे हैं। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में 21 दिनों के पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इंस्टाग्राम पर यहां एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उनके पिता उनके (सुप्रिया) और उनकी बेटी रेवती के साथ शतरंज खेलते हुए मग्न दिखाई दिए।

बारामती लोकसभा सीट से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि अपने पिता के साथ शतरंज खेलना कभी भी आसान नहीं होता। उन्होंने कहा, 'उन्होंने (पवार) मुझे और मेरी बेटी को कुछ ही मिनटों में हरा दिया। हम किताबें पढ़ रहे हैं, परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। आप भी घर पर रहें और सुरक्षित रहें।'

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