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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

मुंबई: देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। संक्रमितों के ज्यादातर मामले तब्लीगी जमात से जुड़े हुए सामने आ रहे हैं। वही, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तबलीग़ी जमात को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में भी इसकी अनुमति दी गई थी, लेकिन बाद में हालात के मद्देनजर इस पर रोक लगा दी गई। सीएम उद्धव ने कहा कि दिल्ली में जो हुआ है वैसा हमने महाराष्ट्र में नहीं होने दिया। इसे (तबलीग़ी जमात) पहले अनुमति दी गई थी, लेकिन बाद में स्थिति को देखते हुए हमने अनुमति से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अब उन सभी लोगों का पता लगाया है जो हमारे राज्य से दिल्ली कार्यक्रम में गए थे। महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि कोविड-19 जैसा एक सांप्रदायिक वायरस भी है। मैं उन लोगों को चेतावनी दे रहा हूं, जो नागरिकों को गलत संदेश फैला रहे हैं और ऐसे वीडियो को मजे के लिए भी अपलोड कर रहे हैं। यह कोविड-19 वायरस कोई धर्म नहीं देखता है।

मुंबई: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है जो 14 अप्रैल को खत्म होना है लेकिन देशभर में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि लॉकडाउन 14 को खत्म होगा या नहीं नहीं। इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद हटेगा या नहीं, यह लोगों द्वारा सरकारी निर्देशों के अनुपालन पर निर्भर करेगा। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। ऐसे में चरणबद्ध तरीके से इसे खोले जाने की योजना बनाएं।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक, धार्मिक या खेलकूद से जुड़े कार्यक्रमों की अगले नोटिस तक इजाजत नहीं होगी ताकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लोगों का आपस में मिलना-जुलना न हो। मुख्यमंत्री ने उन लोगों को भी कड़ी कार्रवाई चेतावनी दी जो सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी संदेश फैलाते हैं।

मुंबई: मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस के दूसरे मामले की पुष्टि हुई ​है। बीएमसी का एक 52 वर्षीय सफाई कर्मचारी कोरोना वायरस पॉजिटिव मिला है, वह वर्ली इलाके में रहता है लेकिन उसकी पोस्टिंग धारावी में थी। आपको बता दें कि धारावी के शाहू नगर में एक 46 वर्षीय शख्स के बुधवार को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे पास के सरकारी सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके परिवार के सात अन्य सदस्यों को क्वारंटाइन में रखा गया है। इलाज के दौरान देर शाम इस शख्स की मौत हो गई। वह जिस इमारत में रहता था, उसे सील कर दिया गया है। इमारत में रहने वाले सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है।

52 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला में कोरोना के लक्षण पैदा हुए थे और उसे बीएमसी के अधिकारियों ने इलाज कराने की सलाह दी थी। उसकी हालत ​स्थिर है। उसके परिजनों और 23 सहकर्मियों को क्वारंटाइन होने की सलाह दी गई है। धारावी 15 लाख से घनी आबादी वाला क्षेत्र है और इस वजह से प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। चिंता करने वाली बात यह भी है कि धारावी के जिस शख्स की मौत हुई है, वह कभी विदेश भी नहीं गया था।

नई दिल्ली: एशिया के सबसे बड़े स्लम मुंबई के धारावी में बुधवार को मिले कोरोनावायरस संक्रमित मरीज की मौत हो गई है। सूत्रों ने बताया कि 56 वर्षीय शख्स को सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके साथ-साथ 7 अन्य लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। इन लोगों का परीक्षण गुरुवार को होगा। सूत्रों ने बताया कि इमारत को सील कर दिया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में कोविड-19 पॉजिटिव की संख्या 300 से अधिक हो चुकी है और धारावी में कोरोना के मरीज का मिलना एक चिंता का विषय है। मालूम हो कि धारावी एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां 10 लाख से अधिक लोग रहते हैं। एक दिन पहले मुंबई में 59 नए मामले सामने आए थे।

वहीं, महाराष्ट्र में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या अब 335 हो गई है और 16 लोगों की अब तक जान जा चुकी है। उधर, दो नर्स के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद शहर के जसलोक अस्पताल को बंद कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इनमें के एक नर्स कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आई थी। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में बताया गया, 'सभी चिकित्सा कर्मचारी जो संक्रमित नर्स और उस रोगी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क में आए थे उनकी पहचान कर ली गई है और क्वारंटानइन कर दिया गया है।'

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