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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

मुंबई: कोरोना वायरस संकट से उबरने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में पंजीकृत 12 लाख निर्माण श्रमिकों को 2000 रुपए की सहायता राशि देने का एलान किया है। राज्य के श्रम मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने यह जानकारी दी। ये राशि सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की जाएगी। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के शुक्रवार को 118 नए मामले आने के साथ ही राज्य में अभी तक 3,320 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि 20 अप्रैल से कुछ औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां शुरू होंगी लेकिन यह कोरोना वायरस रोकथाम/उन्मूलन के लिए तय नियमों के पालन के आधार पर होगा।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने आज बताया कि शुक्रवार को राज्य में सात लोगों की संक्रमण से मौत हुई हैं अभी तक कुल 201 लोगों की मौत संक्रमण के कारण हुई है। उन्होंने बताया कि इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होकर 331 लोग अपने घर लौट चुके हैं। अभी तक 61,740 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के लिए जांच हुई है।

मुंबई: मुंबई में भारतीय नौसेना के कम से कम 26 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। भारतीय सशस्त्र बलों में इस बीमारी का यह पहला बड़ा मामला है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी संक्रमित नाविक साजोसामान और सहयोग शाखा आईएनएस आंग्रे में सेवारत हैं और उनका एक नौसैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक सूत्र ने बताया, ‘‘संक्रमित नाविकों की संख्या 26 है।’’ नौसेना ने संक्रमित नाविकों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है।

दुनियाभर की कई नौसेनाएं कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जूझ रही हैं। विमानवाहक पोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट में सवार एक नाविक ने विषाणु के 500 मामलों की जानकारी दी। फ्रांसीसी नौसेना भी इस महामारी की चपेट में आई है। सूत्रों ने बताया कि संक्रमितों में से 25 नाविक आईएनएस आंग्रे परिसर के भीतर ऐसी आवासीय इमारत में रह रहे थे जिनमें एक कमरे की आवासीय इकाइयां रिपीट एक कमरे की आवासीय इकाइयां हैं जबकि एक नाविक अपने घर में अपनी मां के साथ रहता है। सूत्रों ने बताया कि नाविक की मां भी संक्रमित पाई गई हैं।

मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन के बीच चीनी मिल के एक लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने गांव लौटने की इजाजत देने का फैसला किया है। लेकिन पहले उनकी कोरोना की जांच कराई जाएगी। राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। मंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि 1.31 लाख चीनी मिल मजदूर राज्य में 38 चीनी मिलों के परिसरों में बने अस्थायी आवास में रह रहे हैं, जबकि कई अन्य मजदूर दूसरे स्थानों पर फंसे हुए हैं। हालांकि, इन प्रवासी मजदूरों को अपने गांव लौटने की इजाजत देने से एक जिले से दूसरे जिले में भारी संख्या में लोगों की आवाजाही होगी।

मिल मालिकों को जांच करानी होगी

मुंडे ने ट्वीट में कहा कि चीनी मिलों में काम करने वाले मेरे भाइयों, आपके लिए एक अच्छी खबर है! आप अब अपने गांव लौट सकते हैं। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। सरकार के इस फैसले से बीड और अहमदनगर के मजदूरों को फायदा होगा जो पश्चिमी महाराष्ट्र, कर्नाटक से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों और राज्य के अन्य हिस्सों में फंसे हुए हैं।

मुंबई: देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की मार देखने को मिल रही है। राज्य में आज कोरोना वायरस के 117 नए मामले सामने आए हैं, जिससे कोरोना पॉजिटिव केसों का आंकड़ा 2801 हो गया है। देश में कोरोना वायरस से अब तक सबसे अधिक 178 मौतें महाराष्ट्र में ही हुई हैं। वहीं पूरे देश में यह संख्या 377 है। महाराष्ट्र में आज आए कोरोना वायरस के 117 नए मामलों में मुंबई के 66 और पुणे के 44 कोरोना पॉजिटिव हैं।

वहीं, मुंबई के झुग्गी-बस्ती इलाके धारावी में पांच और लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया, जिससे वहां संक्रमितों की कुल संख्या 60 हो गई है। नगर निकाय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। सभी नए मरीज धारावी के मुकुंद नगर इलाके से हैं, जिनमें तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा, 'नए रोगियों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया रहा है। अब तक धारावी के सात कोविड-19 मरीजों की मौत हो चुकी है।' बता दें कि धारावी एशिया का सबसे बड़ा झुग्गी-बस्ती क्षेत्र है।

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