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मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की संख्या शनिवार को 20 हजार पार गई। नए आंकड़ों के मुताबिक 1165 नए केस सामने आने के साथ महाराष्ट्र में कोविड-19 मरीजों की संख्या 20228 पहुंच गई है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपस्थित आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक 3470 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या फिर अस्पताल से उनको छुट्टी मिल गई है। जबकि राज्य में कोरोना वायरस से अभी तक 779 लोगों की मौत हो चुकी है।

बता दें कि कोरोना वायरस के मामलों की तुलना में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है और बाकी राज्यों की तुलना में यहां केस भी ज्यादा मिले हैं और मौत भी ज्यादा हुई है। कोरोना वायरस से संक्रमित 60 वर्षीय एक व्यक्ति ने अंधेरी उपनगर के एक अस्पताल में शनिवार को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार की दोपहर को अस्पताल की नौवीं मंजिल पर स्टील की छड़ से अपने पायजामे के सहारे लटक कर मरीज ने आत्महत्या कर ली। अधिकारी ने कहा कि आशंका जताई जा रही है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मरीज अवसाद ग्रस्त हो गया होगा।

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वे उन मुख्यमंत्रियों से बात करें जो राज्य प्रवासी मजदूरों को उनके घर नहीं जाने दे रहे हैं। हालांकि, पवार ने किसी भी राज्य का नाम नहीं लिया। एनसीपी सुप्रीमो ने ट्वीट करते हुए कहा, “मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से नम्रता पूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे इस मामले में दखल देकर उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करें जो राज्य ऐसे लोगों को वापस नहीं जाने की इजाजत दे रहे हैं।” उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन प्रवासी मजदूरों के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर बंगाल और गृह मंत्री अमित शाह के बीच शब्द बाण चल चुके हैं।

अमित शाह ने कहा कि मजदूरों की घर वापसी को लेकर केन्द्र को उनकी सरकार की तरफ से ‘अपेक्षाकृत मदद’ नहीं मिल रही है। बंगाल की सत्तादारी तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते शाह पर आरोप लगाया कि वे ‘झूठ से’ लोगों को बरगला रहे हैं। प्रवासी मजदूरों के ट्रांसपोर्टेशन एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है।

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वीकार किया है कि राज्य में अभी तक कोरोना वायरस 'चेन' को तोड़ने में सफलता नहीं मिली है। हालांकि, इस बीच उन्होंने राज्य में सेना की तैनाती को खारिज करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में मैं आप ही सैनिक हैं। इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि 1089 केसों के साथ महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 19,063 हो गई है।

उद्धव ठाकरे ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों से अफवाह है कि मुंबई में सेना को तैनात किया जाएगा और सभी दुकानें बंद कर दी जाएंगी। अब तक मैंने जो भी किया है उसके लिए पहले आपको (जनता) विश्वास में लिया है। सेना को नहीं तैनात किया जाएगा। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में मैं और आप ही सैनिक हैं।''

मुंबई: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक सर्वदलीय नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए संकेत दिया कि राज्य के कोरोना रेड जोन में मई के अंत तक लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है। विशेष रूप से मुंबई और पुणे महानगरीय क्षेत्रों में, जिनका महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में 90% योगदान है। फिलहाल विस्तारित लॉकडाउन 17 मई को समाप्त होने वाला है। नेताओं ने बैठक में सरकार को सुझाव दिया कि कैसे स्थिति को अधिक प्रभावी ढंग से संभाला जा सकता है। भाजपा के प्रवीण दरेकर, विधान परिषद में विपक्ष के नेता और वंचित बहुजन अघडी नेता प्रकाश अंबेडकर ने बताया कि सीएम तालाबंदी को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि एसआरपीएफ प्लाटून को विशेष रूप से मुंबई में नियंत्रण क्षेत्रों में तैनात किया जाना चाहिए। कुछ अन्य नेताओं ने फंसे प्रवासियों और प्रशासन में समन्वय की कमी की बात कही जिसके परिणामस्वरूप शराब और स्टैंडअलोन की दुकानों के खुलने पर आदेश दिए गए थे। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई में स्थिति गंभीर और कोविड-19 वार्ड में भर्ती मरीजों के बगल में शव पड़े है।

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