मुंबई: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने महाराष्ट्र में बड़ा एक्शन लिया है। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता संजय निरुपम को पार्टी से निकाल दिया है। अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के कारण निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया है। इससे पहले कांग्रेस ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी हटा दिया था। वहीं, संजय निरुपम ने गुरुवार को बड़ा एलान करने की बात कही है।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को बताया कि उनका नाम (संजय निरुपम) स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल था। हमने उसे हटा दिया है। जिस तरह से उनके बयान आ रहे हैं, वे पार्टी विरोधी हैं। कहा जा रहा है कि संजय गुरुवार को कांग्रेस छोड़ने का एलान कर सकते हैं।
दरअसल, संजय निरुपम महाराष्ट्र में मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से टिकट नहीं मिलने को लेकर नाराज हैं। राज्य में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव ठाकरे और एनसीपी शरद पवार एमवीए गठबंधन में है। 27 मार्च को शिवसेना उद्धव गुट ने 17 कैंडिडेट्स का एलान किया था।
इसमें मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट भी शामिल थी, जहां से अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया गया है। निरुपम यहां से टिकट चाहते थे। खुद राहुल गांधी ने उन्हें यहां से टिकट का भरोसा दिया था, लेकिन उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया। निरुपम की नाराजगी इसी बात से हैं। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस और इंडिया अलायंस के खिलाफ मोर्च खोल दिया था।
संजय बोले- खुद फैसला लूंगा
संजय ने पोस्ट में लिखा- "पार्टी अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे। वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। मैंने जो एक हफ्ते की अवधि दी थी, वह आज (बुधवार) पूरी हो गई है। गुरुवार को मैं खुद फैसला ले लूंगा।"
शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर साधा था निशाना
संजय निरुपम ने कहा है कि कांग्रेस नेतृत्व को उद्धव ठाकरे की पार्टी के सामने खुद को कमजोर नहीं होने देना चाहिए। शिवसेना की सूची जारी होने के तुरंत बाद, उन्होंने मीडिया से कहा था कि कांग्रेस को शिवसेना (यूबीटी) के दबाव में नहीं आना चाहिए क्योंकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी कांग्रेस के समर्थन के बिना कोई भी सीट जीतने में सक्षम नहीं है।
क्या बीजेपी में शामिल होंगे संजय निरुपम?
संजय निरुपम ने अपने अगले कदम के बारे में कई संकेत दिये हैं। पिछले हफ्ते, मुंबई कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा था कि वह अपने द्वारा उठाए गए मुद्दों पर आलाकमान के फैसले का इंतजार कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा था कि "मेरे लिए सभी विकल्प खुले हैं।"
संजय निरुपम के मुद्दे पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि निरुपम जैसे लोगों का पार्टी में "हमेशा स्वागत" है। यदि वह तैयार हैं और उनके विचार भाजपा के साथ मेल खाते हैं तो उनका स्वागत है। बीजेपी नेता ने कहा कि संजय निरुपम के राजनीतिक कार्यकाल को देखें तो उन्होंने लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के लिए काफी काम किया है। उत्तर भारत में उनकी अच्छी पहचान है। संजय निरुपम से अभी बातचीत नहीं हुई है, लेकिन अगर वह तैयार हैं तो उनका बीजेपी में स्वागत है।
महाराष्ट्र में कई नेताओं ने छोड़ा कांग्रेस का साथ
महाराष्ट्र में निरुपम से पहले कई नेता कांग्रेस से बगावत के बाद पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से कुछ घंटे पहले 14 जनवरी को दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना (शिंदे गुट) जॉइन कर ली। फिर 10 फरवरी को बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। कई कार्यकर्ता और स्थानीय पदाधिकारी भी पार्टी छोड़ चुके हैं।