नासिक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नासिक में 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं के लिए अमृतकाल सुनहरा मौका है। भारत दुनिया के पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में आया, ये भारत के युवाओं की ताकत है। युवाओं के पास इतिहास बनाने का मौका है। साथ ही पीएम मोदी ने युवाओं से आह्वान किया कि वे तीर्थस्थलों में 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाएं। बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है।
'राष्ट्रीय युवा दिवस' की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज का ये दिन भारत की युवाशक्ति का दिन है. ये दिन उस महापुरुष को समर्पित है, जिसने गुलामी के कालखंड में भारत को नई ऊर्जा से भर दिया था। ये मेरा सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर, मैं आप सब नौजवानों के बीच नासिक में हूं। मैं आप सभी को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' की शुभकामनाएं देता हूं। भारत दुनिया के पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में आया, ये भारत के युवाओं की ताकत है।"
22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान
पीएम मोदी ने कहा, "मैंने आह्वान किया था कि 22 जनवरी तक हम सभी देश के तीर्थ स्थानों की, मंदिरों की साफ सफाई करें, स्वच्छता का अभियान चलाएं। आज मुझे कालाराम मंदिर में दर्शन करने का और मंदिर परिसर में सफाई करने का सौभाग्य मिला है। मैं देशवासियों से अपना आग्रह फिर दोहराऊंगा कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर के निमित्त देश के सभी मंदिरों, तीर्थ क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाएं, अपना श्रमदान करें।"
श्री अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का मार्गदर्शन
पीएम मोदी ने कहा, "हमारे देश के ऋषियों-मुनियों-संतों से लेकर सामान्य मानवी तक, सभी ने हमेशा युवाशक्ति को सर्वोपरि रखा है। श्री अरबिंदो कहते थे कि अगर भारत को अपने लक्ष्य पूरे करने हैं, तो भारत के युवाओं को एक स्वतंत्र सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। स्वामी विवेकानंद जी भी कहते थे कि भारत की उम्मीदें भारत के युवाओं के चरित्र और उनकी प्रतिबद्धता पर टिकी है। श्री अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का ये मार्गदर्शन आज 2024 में भारत के युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।"
भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी
प्रधानमंत्री ने कहा कि समय हर किसी को अपने जीवनकाल में एक सुनहरा मौका जरूर देता है। भारत के युवाओं के लिए वो सुनहरा मौका अभी है, अमृतकाल का ये कालखंड है. आज आपके पास मौका है इतिहास बनाने का, इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने का। आप ऐसा काम करिए कि अगली शताब्दी में उस वक्त की पीढ़ी आपको याद करे। आप अपने नाम को भारत और पूरी दुनिया के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिख सकते हैं। इसलिए मैं आपको 21वीं सदी के भारत की सबसे सौभाग्यशाली पीढ़ी मानता हूं। मैं जानता हूं कि आप ये कर सकते हैं। भारत के युवा ये लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। मेरा युवा भारत संगठन की स्थापना के बाद ये पहला युवा दिवस है। अभी इस संगठन को बने 75 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और 1.10 करोड़ के आसपास युवा इसमें अपना नाम रजिस्टर करा चुके हैं।