मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने गुरुवार को अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखे एक लेख में विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर पर निशाना साधा। 'सामना' के लेख में लिखा गया कि 'चोरों के एक गैंग को असली शिवसेना बताया गया। संविधान को कुचला गया।' दरअसल स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी। सामना में भाजपा पर भी निशाना साधा गया है।
'प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी'
शिवसेना यूबीटी ने कहा कि प्रदेश की जनता इसके जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं करेगी। पार्टी ने भाजपा को भी निशाने पर लिया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने कहा कि राहुल नार्वेकर को न्याय करना था, लेकिन उन्होंने शिंदे के वकील की तरह बर्ताव किया। गौरतलब है कि बुधवार को राहुल नार्वेकर ने विधायकों की अयोग्यता के मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को असली शिवसेना माना। साथ ही स्पीकर ने किसी भी विधायक को अयोग्य घोषित नहीं किया।
इसे शिंदे की शिवसेना के लिए बड़ी राजनीतिक सफलता माना जा रहा है।
सामना में लिखा गया कि 'चोरों के गैंग को मान्यता देकर संविधान को कुचला गया। स्पीकर का आदेश पहले से तय था और इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है। स्पीकर के विस्तृत फैसले को दिल्ली में उनके बॉस लोगों द्वारा लिखा गया था।' आरोप लगाया गया कि 'बाल ठाकरे की शिवसेना को गद्दारों को देने का फैसला, महाराष्ट्र से बेईमानी करने जैसा है। नार्वेकर के पास इतिहास बनाने का मौका था, लेकिन उन्होंने जो फैसला दिया, उससे लोकतंत्र का चेहरा काला हुआ।'
संजय राउत ने निकाला गुस्सा
संजय राउत ने कहा 'लोगों के मन में गुस्सा है। सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को न्याय करने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन नार्वेकर ने शिंदे के वकील की तरह बर्ताव किया।' राउत ने कहा 'नार्वेकर द्वारा पार्टी के 2018 के संविधान को अस्वीकार करना गलत है क्योंकि यह पहले सुप्रीम कोर्ट में रखा गया था। नार्वेकर ने भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम किया ना कि न्यायाधिकरण की तरह। राउत ने कहा कि उनकी पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाएगी।'