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मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस मामले में अब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने भी अपनी बात रखी है। सोमवार को उन्होंने ट्वीट किया कि मुंबई ने अपनी मानवता खो दी है और महानगर की पुलिस जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत मामले से निपट रही है उसे देखते हुए यह अब रहने के लिए सुरक्षित नहीं है।’ अमृता के इस ट्वीट पर शिवसेना और राकांपा के नेताओं ने भी तुरंत पलटवार किया और दावा किया कि अमृता फडणवीस उसी पुलिस बल की आलोचना कर रही हैं, जो उनकी सुरक्षा करती है। 

अमृता फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में व्यवहार किया जा रहा है, मुझे लगता है कि मुंबई ने मानवता खो दी है और वह भोले भाले, स्वाभिमानी नागरिकों के लिए जीने के लिए सुरक्षित नहीं है।’ शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए ट्विटर पर कहा, ‘मुंबई पुलिस की सुरक्षा में कार के साथ चारों ओर घूमिये...।’

उन्होंने कहा कि मैं मुंबई पुलिस पर आरोप लगाने वाले, उसे बदनाम करने वाले इन प्रदेश भाजपा नेताओं और उनके परिवारों को चुनौती देती हूं कि अपनी पुलिस सुरक्षा को छोड़ दें और निजी एजेंसियों की सुरक्षा ले लें जो उन्हें शहर में सुरक्षित महसूस करा सकें। 

उधर राकांपा प्रवक्ता अदिति नलवड़े ने एक समारोह की पुरानी तस्वीर के साथ ट्वीट किया जिसमें अमृता फडणवीस एक जहाज पर किनारे पर बैठी दिख रही हैं, उन्होंने लिखा, ‘उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि जब वह एक क्रूज जहाज पर किनारे पर खतरनाक तरीके से बैठी थीं, तो वह मुंबई पुलिस का जवान था जो उनकी सुरक्षा कर रहा था।’ अदिति ने साथ ही आरोप लगाया कि अमृता फडणवीस की रुचि केवल उस निजी बैंक में पुलिस का वेतन खाता खोलने में थी, जहां वह काम करती थीं।

बिहार पुलिस के अधिकारी पृथक-वास में, फड़णवीस ने सरकार को घेरा

सुशांत की मौत मामले में अमृता के अलावा उनके पति और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला। फडणवीस ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच की निगरानी के लिए मुंबई आए बिहार के एक आईपीएस अधिकारी को बीएमसी के अधिकारियों द्वारा पृथक-वास केंद्र में भेजने को लेकर सोमवार को अपनी असहमति व्यक्त की। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कृत्य से जांच (की पारदर्शिता) के बारे में लोगों में अविश्वास’ पैदा होगा। 

मुंबई पहुंचने के बाद पटना सिटी के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के हाथ पर रविवार रात को बृह्नमुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) ने 15 अगस्त तक के लिए पृथक-वास की मुहर लगा दी।

इसके बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर रहस्य को सुलझाने के बजाय ऐसे आचरण से जांच के बारे में बड़ा जनाक्रोश फैलेगा और लोगों के बीच अविश्वास पैदा होगा।’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सेवा ड्यूटी पर आए अधिकारियों की आवाजाही इस चुनौती भरे दौर में उन्हें पृथक-वास में डालकर रोकी नहीं जा सकती है।

उन्होंने सवाल किया, ‘केरल की मेडिकल टीम मुंबई आई। उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम विकास दुबे मामले की जांच करने आई। बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई में पहले से चार दिनों से काम कर रही है लेकिन उनमें से किसी को पृथक-वास में नहीं भेजा गया, तब बस एसपी रैंक के अधिकारी के साथ भिन्न बर्ताव क्यों किया गया?’

 

 

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