नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन और उसकी आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से तारीख फाइनल किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा ह कि प्रधानमंत्री भूमि पूजन में हिस्सा लेने जाएंगे और जल्द तारीख का एलान किया जा सकता है। इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना चला जाएगा। एनसीपी सुप्रीमो ने कहा, "हम सोचते हैं कि कैसे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लडें। हालांकि, कुछ लोग मानते हैं कि कोरोना मंदिर बनाने से चला जाएगा, इसके पीछे हो सकता है कि वजह हो। लेकिन, हमारी प्राथमिकता है कि कैसे अर्थव्यवस्था बेहतर हो जो लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुई है।"
गौरतलब है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक खत्म हो गई है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और आधारशिला रखने की कोई तिथि फिलहाल तय नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संभावित तिथियां भेजी गई हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इन तिथियों में से किसी एक पर सहमति दिए जाने के बाद भूमि पूजन और आधारशिला रखने की तारीख तय होगी। यह जानकारी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी को शिलान्यास में आने का निवेदन किया गया है, यह निवेदन खुद नृत्यगोपाल दास जी ने किया है, लेकिन अंतिम फैसला पीएमओ को करना है। इस समय देश में कई मामले चल रहें हैं। हमने तारीख तय करके पीएमओ को भेज दिया है। अंतिम फैसला पीएमओ लेगा। उन्होंने बताया कि सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है। मंदिर बनाने में पैसे कि कमी नहीं होगी। मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे।