मुंबई: महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव के निर्विरोध होने का रास्ता साफ हो गया है। रविवार को कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि पार्टी एक ही सीट पर उम्मीदवार उतारेगी। इससे महाविकास आघाड़ी सरकार में जारी गतिरोध थम गया है। वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित सत्तापक्ष के 5 और विपक्षी दल भाजपा के 4 उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है। महाराष्ट्र में आगामी 21 मई को विधान परिषद की 9 सीटों पर चुनाव होना है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित शिवसेना के दो और भाजपा के चार उम्मीदवारों के नाम पहले ही घोषित हो चुके हैं।
शनिवार को कांग्रेस ने अपने इकलौते उम्मीदवार राजेश राठौड़ का नाम घोषित कर दिया। प्रदेश कांग्रेस के सचिव राठौड़ जालना जिला परिषद के सभापति रह चुके हैं। मगर शनिवार की देर रात महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने ट्वीट कर बीड जिला कांग्रेस अध्यक्ष राज किशोर मोदी को दूसरा उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इससे विधान परिषद की 9 सीटों पर निर्विरोध चुनाव की संभावना खत्म होती दिखाई दे रही थी। जबकि शिवसेना चाह रही थी कि मतदान की नौबत न आए। भाजपा के चार उम्मीदवार पहले ही नामांकन कर चुके हैं।
एनसीपी ने घोषित किए दो उम्मीदवार
रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने कोटे से दो उम्मीदवारों के नाम घोषित किए। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शशिकांत शिंदे (सातारा) और अमोल मिटकरी (अकोला) को प्रत्याशी बनाया गया है। प्रदेश एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने ट्वीट कर प्रत्याशियों की घोषणा की।
लॉकडाउन के बाद खडसे करेंगे धमाका
महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे विधान परिषद की उम्मीदवारी नकारे जाने से खफा है। उन्होंने रविवार को संकेत दिया कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद वे नया धमाका कर सकते हैं। खडसे ने कहा कि कोई फैसला लेने से पहले भाजपा के उन कार्यकर्ताओं से राय लेंगे जो हमारे साथ हैं। खडसे कार्यकर्ताओं को फोन कर अपने ऊपर हो रहे अन्याय की बात कह रहे हैं और साथ देने की अपील भी कर रहे हैं।