मुंबई: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार देर रात दो साधुओं की मंदिर परिसर में हत्या के बाद राजनीति तेज हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे का यह योगी पर पलटवार है। क्योंकि पिछले दिनों महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की लिंचिंग के बाद योगी ने उद्धव को फोन करके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। शिवसेना संजय राउत ने मंगलवार को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, ''बुलंदशहर के मंदिर में दो साधु-संतों की हत्या मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की और साधुओं की हत्या को लेकर चिंता व्यक्त की।'' उद्धव ठाकरे ने कहा कि ऐसी अमानवीय घटना घटती है तब राजनीति न करके हमें एक साथ काम करते हुए अपराधियों को दंडित करवाना चाहिए।'' इससे पहले संजय राउत ने तंज कसते हुए लिखा, ''भयानक! बुलंदशहर, यूपी के एक मंदिर में दो साधुओं की हत्या, लेकिन मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इसे सांप्रदायिक न बनाएं, जिस तरह से कुछ लोगों ने पालघर मामले में करने की कोशिश की।''
बुलंदशहर मेें साधुओं की हत्या
बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर पर पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा करते थे। सोमवार की देर रात मंदिर परिसर में ही दोनों साधुओं की धारदार हथियारों से प्रहार कर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। जानकारी पुलिस को दी जिसके तुरंत बाद अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एक युवक पर शक जताया था। पुलिस उसकी तलाश में थी। उसे दो किलोमीटर दूर दूसरे गांव से अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है।
पालघर में दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी
बीते 17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु और एक ड्राइवर की करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि भीड़ ने इको वैन में बैठे दोनों साधु और उनके ड्राइवर को चोर समझ लिया था और फिर उनकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी।
पालघर मुद्दे पर भाजपा ने उद्धव सरकार को घेरा
गौरतलब है कि पालघर में दो साधुओं की लिंचिंग के मुद्दे पर भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार को जमकर घेरा था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी उद्धव ठाकरे को फोन किया था और उनसे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।