मुंबई: महाराष्ट्र के भीषण सूखा प्रभावित क्षेत्र लातूर जिले में 25 लाख लीटर पानी से भरे 50 वैगन वाली ट्रेन बुधवार को लातूर पहुंची। इससे पहले पांच लाख लीटर पानी वाली दस वैगन की ट्रेन लातूर के नौ फेरे लगा चुकी है जलदूत ट्रेन मंगलवार रात 11 बजे पश्चिम महाराष्ट्र में मिराज से रवाना हुई। मिराज से लातूर की दूरी करीब 342 किलोमीटर है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ट्रेन से लातूर को अभी तक 70 लाख लीटर पानी पहुंचाया जा चुका है। इससे पहले इस ट्रेन ने नौ फेरे लगाए थे और हर बार इसने पांच-पांच लाख लीटर पानी पहुंचाया गया। पचास वैगन वाली इस ट्रेन का रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत हुआ। लातूर के पांच लाख लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए राजस्थान में कोटा से विशेष तौर पर यह गाड़ी चलाई गई है। महापौर अख्तर मिस्त्री ने कहा कि लातूर के लिए यह ट्रेन एक बड़ी राहत लेकर आई है। जलदूत को प्रायोगिक तौर पर पहली बार 11 अप्रैल को चलाया गया था। मिराज से लातूर तक सिंगल लाइन होने के चलते शुरुआत में इस ट्रेन को कई मंजूरी लेनी पड़ीं। परिणाम स्वरूप पहली ट्रेन 17 घंटों में लातूर पहुंची।
हालांकि, रेलवे ने जल्द ही सभी सभी बाधाएं दूर कीं और यह ट्रेन महज 8-9 घंटों में लातूर पहुंच गई। एक बार तो यह ट्रेन महज साढ़े छह घंटे में लातूर पहुंची थी। कृष्णा नदी के तट से यह पानी एक चार किलोमीटर लंबी पाइप के जरिये मिराज स्टेशन के जलशोधन संयंत्र तक पहुंचाया गया। संयंत्र से यह पानी 2.5 किलोमीटर हैदर खान कुएं तक ले जाया गया। यहां पाइपों के जरिये वैगनों में पानी भरा गया। अब चार दिनों में दोबारा मिल पाएगा पानी लातूर के नगर आयुक्त सुधाकर तैलंग ने कहा कि अभी जलापूर्ति के माध्यम से एक क्षेत्र में दोबारा आठ दिनों बाद पानी पहुंचाना संभव है, लेकिन 25 लाख लीटर पानी पहुंचने के बाद चार दिनों के अंतराल में ही पानी पहुंचाया जाएगा। लातूर के जिलाधिकारी पांडुरंग पोले ने कहा कि जनता तक आपूर्ति के पहले पानी का एक बार फिर शोधन किया जा रहा है। इसके बाद टैंकरों के जरिये पानी घरों तक पहुंचाया जा रहा है।