मुंबई: महराष्ट्र के कई हिस्सों में जहां पानी की कमी का गंभीर संकट बना हुआ है, वहीं एक हवाईअड्डे के पास के गांव में अस्थाई हैलीपेड बनाने के लिए हजारों लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया जिस पर राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से लातूर जिले में सूखे के हालात की समीक्षा करने के लिए उतरे। स्थानीय अधिकारियों ने बेलकुंड गांव में हेलीपैड के लिए 10 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल किया जहां मंत्री शुक्रवार को सूखे के हालात और पानी की कमी से निपटने के कदमों की समीक्षा के लिए दौरा किया। बेलकुंड लातूर से महज 40 किलोमीटर दूर है। जब लातूर में रेल वैगनों से पानी पहुंचाया जा रहा हो, ऐसे में पानी की इस तरह बर्बादी के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता खड़से ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। विपक्षी दल एनसीपी ने पानी के इस तरह के इस्तेमाल को बीजेपी नीत सरकार का सत्ता का अहंकार बताया। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि घटना दिखाती है कि सरकार सूखे पर गंभीर नहीं है और सत्ता के कारण अहंकारी हो गई है।
उन्होंने कहा, 'मंत्री लातूर में उतर सकते थे जहां ठीक-ठाक हवाईअड्डा है और फिर कुछ मिनट में सड़क रास्ते से गांव जा सकते थे। लेकिन खड़से सूखा प्रभावित इलाके में लोगों को अपमानित करना चाहते थे जो पानी की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष कर रहे हैं।'