ताज़ा खबरें
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

जयपुर: कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के घरेलू मैदान पर बीजेपी ओबीसी सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ जोधपुर में बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की अहम बैठक के अपने मायने हैं। दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ओबीसी माली समुदाय से आते हैं, जिनकी पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छी तादाद है।

गृह मंत्री अमित शाह जैसलमेर पहुंच सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और जोधपुर पहुंचने से पहले शनिवार को तनोट माता के दर्शन करेंगे। ओबीसी मोर्चा को संबोधित करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह भी जोधपुर के दशहरा मैदान में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे।

इसका उद्देश्य चुनावों से पहले पश्चिमी राजस्थान में पार्टी की ताकत का आकलन करना और ओबीसी वोट बैंक तक पश्चिमी जिलों में एक प्रमुख वोट बैंक तक पहुंचना है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शुक्रवार को जोधपुर में पहुंची, जहां सैकड़ों समर्थकों के बीच उनका भव्य स्वागत हुआ।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना इन दिनों बड़ी चर्चा में है। बताते चलें कि देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के लिए यूपीए सरकार के समय महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना (मनरेगा) शुरू की गई थी। इस योजना के सकारात्मक परिणाम देखने के बाद मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों में भी मनरेगा की तर्ज पर रोजगार गारंटी योजना शुरू करने का निर्णय लिया और इस वित्तीय वर्ष के बजट में इस योजना की घोषणा की।

योजना में शहरी क्षेत्र के बेरोजगार व्यक्तियों को आजीविका अर्जन की दृष्टि से प्रतिवर्ष 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना के लिए राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 800 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान रखा है। राज्य में कोविड-19 महामारी के दौरान रोज़गार छिनने से जो परिवार कमज़ोर और असहाय हो गए हैं। उन्हें भी इस योजना से बड़ा संबल मिल सकेगा।

योजना का क्रियान्वयन स्थानीय निकाय विभाग के माध्यम से किया जाएगा। योजना के तहत जॉब कार्डधारी परिवार को 100 दिवस का गारंटीशुदा रोज़गार उपलब्ध करवा जाएगा।

जयपुर: राजस्थान में प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव में कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई को करारा झटका लगा है। कैंपस के चुनावों में एनएसयूआई का सूपड़ा साफ हो गया है। प्रदेश की 14 यूनिवर्सिटी में 5 पर एबीवीपी, दो पर एसएफआई बाकी 7 पर निर्दलीयों का कब्जा हुआ है। सीएम गहलोत और सचिन पायलट के गढ़ में एनएसयूआई का हार का सामना करना पड़ा है। एनएसयूआई को राजस्थान के 14 विश्वविद्यालयों में से एक भी विश्वविद्यालय में जीत नहीं मिल सकी है।

हालात यह है कि ना तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर, सचिन पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक और पीसीपी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के गृह जिले सीकर में एनएसयूआई को हार का सामना करना पड़ा। जिन 14 यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई चुनाव हारी है। वहां से गहलोत सरकार के 16 मंत्री आते हैं। जिन में से 14 दिग्गजों का तो उन यूनिवर्सिटी और कॉलेज से संबंध है। राजस्‍थान विश्‍वविद्यालय छात्रसंघ के चुनाव में अध्‍यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।

जोधपुर: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को जोधपुर एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है। चंद्रशेखर अनुसूचित जाति के लड़के के परिवार से मिलने जालौर जा रहे थे, जिसकी स्कूल शिक्षक की पिटाई से मौत हो गई थी। राजस्थान पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए चंद्रशेखर को हिरासत में लिया है।

गौरतलब है कि राजस्थान के जालौर जिले में शिक्षक की पिटाई से एक दलित छात्र की मौत हो गई थी। घटना जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के एक निजी विद्यालय की है, जहां शिक्षक द्वारा दलित छात्र की जमकर पिटाई गई, जिस कराण उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पूरे मामले में आरोप है कि दलित छात्र ने निजी विद्यालय के संचालक के मटके से पानी पी लिया था। इसी बात को लेकर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई।

पिटाई की वजह से छात्र को अंदरूनी चोटें आईं. ऐसे में उसके परिजनों ने पहले उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, फिर अहमदाबाद ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख