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बीकानेर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के दंडवत प्रणाम पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि पीएम मोदी मुझसे ज्यादा विनम्र दिखना चाहते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि इस तरह प्रणाम करने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी को देशवासियों को भाईचारे एवं मोहब्‍बत का संदेश देना चाहिए। इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आज भी देश में मजबूत विपक्ष देने की स्थिति में है।

उन्होंने आगे कहा कि पीएम व‍िनम्र रहें, लेकिन देशवासियों को भाईचारे का, प्‍यार मोहब्‍बत का संदेश दें और यह कहें कि मैं देश में क‍िसी भी कीमत पर हिंसा बर्दाश्‍त नहीं करूंगा। यह संदेश तो वह दे नहीं रहे, मेरी सलाह तो मान नहीं रहे। तीन बार दंडवत करके क्‍या बताना चाहते हो। हमें पता है कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं, आपका मान सम्‍मान है। अगर कल वे यह अपील करते तो मैं उनको टेलीफोन कर बधाई देता कि प्रधानमंत्रीजी आपने बहुत अच्‍छा किया। लेकिन उन्‍होंने केवल दंडवत किया। दंडवत क्यों किया। सिर्फ यह बताने के लिए कि अशोक गहलोत हंबल है, तो मैं भी हूं।

जयपुर: राजस्थान के मंत्री और अशोक गहलोत के वफादार प्रताप कचरियावास ने ये कहकर उथल-पुथल मचा दी कि सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने का मतलब राज्य को बीजेपी को सौंपना है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत के दिल्ली जाने के बाद सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना राज्य को बीजेपी को सौंपने जैसा होगा। कचरियावास ने संवाददाताओं से कहा, "प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, सीबीआई अधिकारी राजस्थान में बैठे हैं। भाजपा का खेल शुरू हो गया है। भाजपा फिर से राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश में लगी हुई है।"

वहीं सूत्रों का कहना है कि गांधी परिवार गहलोत से उनके वफादारों के विद्रोह को लेकर बेहद नाराज हैं। गहलोत गुट के तीन विधायकों को आलाकमान ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के मामले में एक्शन लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ को कांग्रेस अनुशासन समिति ने मंगलवार रात को नोटिस जारी किया है।

जयपुर: राजस्थान कांग्रेस के अंदर चल रही खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटनाक्रम में सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले शांति धारीवाल ने राजस्थान प्रभारी अजय माकन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा कि अजय माकन एकतरफा फैसला करने वाले थे। शांति धारीवाल ने आगे कहा कि माकन सिर्फ सचिन पायलट को ही प्रमोट करने को लेकर काम कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि सचिन पायलट को ही राज्य का नया सीएम बनाया जाए। अजय माकन के इस रवैये की वजह से पार्टी के विधायकों ने मुझे कॉल किया था। सभी विधायक गुस्से में थे।

धारीवाल ने आगे कहा कि हम सोनिया जी के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन हम धोखेबाजी और धोखेबाजों को नहीं टॉलरेट कर सकते। धारीवाल ने अजय माकन पर साजिश रचने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अजय माकन एक साजिश के तहत अशोक गहलोत को सीएम पद से हटाकर सचिन पायलट को सीएम बनाना चाहते हैं।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दांव उलटा पड़ता दिख रहा है। हाईकमान की ओर विधायक दल की बैठक के लिए दूत बनाकर भेजे गए अजय माकन ने मीडिया के सामने खुलकर कहा है कि जो कुछ हुआ वह अनुशासनहीनता है। ऐसे में संकेत यह भी मिल रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष का रुख सख्त हो सकता है और गहलोत को लेनी की देनी पड़ सकती है। अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी भी अपने पास रखने की उनकी कोशिश ने उनके दोनों ही पदों को खतरे में डाल दिया है।

रविवार रात मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मिलकर विधायकों से बात करने और गहलोत कैंप को मनाने की कोशिश में नाकाम रहे अजय माकन ने दिल्ली लौटने से पहले मीडिया के सामने सारी बातें खुलकर रखीं। उन्होंने बताया कि किस तरह गहलोत कैंप के तीन विधायकों ने उनके सामने आकर तीन शर्तें रखीं, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विधायकों से अलग-अलग बात नहीं करने दिया गया। माकन ने बताया कि उनके सामने तीन शर्तें रखी गईं थीं और प्रस्ताव में इन्हें शामिल करने को कहा गया था।

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