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जयपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के राजस्थान दौरे के समय सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। पाली जिले के रोहट में चार जनवरी को हेलीपेड पर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा तोड़कर एक महिला कनिष्ठ अभियंता ने राष्ट्रपति के पैर छू लिए। हालांकि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिसकर्मी कनिष्ठ अभियंता को पुलिस थाने ले गए जहां पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। इस मामले पर गृह मंत्रालय ने राज्य पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।

दरअसल,राष्ट्रपति रोहट के पास निंबोली ब्राह्मण गांव में स्काउट गाइड की राष्ट्रीय जंबूरी का उद्धाटन करने पहुंची थी। हेलीपेड पर उनकी सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय बंदोबस्त किया गया था। राष्ट्रपति विमान से उतरकर कार की तरफ जा रहीं थी तो जलदाय विभाग में तैनात महिला कनिष्ठ अभियंता ने आगे बढ़कर उनके पैर छू लिए। राष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मियों से महिला को हटाया।

बाद में जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला के निर्देश पर कनिष्ठ अभियंता को रोहट पुलिस थाने ले जाकर पूछताछ की गई थी। बाद में उसे छोड़ दिया गया था।

जयपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ पार्टी की जन आक्रोश सभाएं अभी यथावत रहेंगी। इससे पहले द‍िन में पूनियां ने एक ट्वीट कर कहा था, 'पार्टी की “जनाक्रोश यात्रा” को कोविड की सामान्य सावधानी एवं निर्देशों को देखते हुए जनहित में आगामी समय तक स्थगित किया गया है।' हालांकि शाम को पूनियां ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में स्थिति स्पष्ट की।

उन्होंने कहा, 'अब चूंकि जन आक्रोश सभाएं होनी हैं जो 41 विधानसभा क्षेत्र में संपन्न हो गईं। चूंकि केंद्र व राज्यों का परामर्श अभी जारी नहीं हुआ है, कुछ असमंजस था। असमंजस यात्राओं को स्थगित करने को लेकर था। लेकिन हमारी जो जनसभाएं हैं ... मैं निवेदन करना चाह रहा हूं कि वो यथावत रहेंगी।' उन्होंने कहा, 'कुछ संशय था, जो हमारे जिला अध्यक्ष व पार्टी के पदाधिकारी दूर कर लें... हमारी जनाक्रोश सभाएं यथावत रहेंगी। ये जरूरी है कि कोरोना की सावधानी हमें रखनी है, कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना है। इस लिहाज से हमें इन सभाओं को आगे तक इसी तरह जारी रखना है।

जयपुर: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिली ख़बरों के मुताबिक सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट से मुलाकात की, ताकि दोनों के बीच कड़वाहट और झगड़े को खत्म किया जा सके, जिससे अगले साल सूबे में होने जा रहे चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है।

अलवर के सर्किट हाउस में राजस्थान के दोनों शीर्ष नेताओं के साथ हुई 'सामंजस्य बैठक' के बाद बाहर आकर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, "अच्छी ख़बर जल्दी आएगी।" राहुल गांधी से पूछा गया था कि क्या गहलोत और पायलट के बीच किसी तरह का समझौता हो पाया है।

लगभग 30 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल भी मौजूद थे। बैठक के बाद राहुल गांधी अपनी 'भारत जोड़ो' यात्रा के अलवर में ही स्थित कैम्प के लिए रवाना हो गए। राजस्थान में प्रवेश के बाद से ही 'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मौजूद दरार को लेकर राहुल गांधी से सवाल किए जाते रहे हैं।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और इससे बड़ी उपलब्धि नहीं हो सकती है। 17 दिसंबर को राजस्थान में कांग्रेस सरकार के चार साल पूरे होने पर अपने संबोधन के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा, "चार साल बाद भी जनता सरकार के खिलाफ नहीं है, आमतौर पर हर जगह ऐसी स्थिति हो जाती है और लोग गलतियां निकालने लगते हैं। लेकिन राजस्थान में स्थिति अलग है। राज्य सरकार के लिए इससे बड़ी उपलब्धि कोई नहीं हो सकती है।"

इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में सामाजिक सुरक्षा लागू करने की मांग दोहराई। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, जवाहर कला केंद्र में एक विकास प्रदर्शनी सहित जयपुर में कई सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए गए। पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के बारे में बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा, "यह बहुत महत्वपूर्ण है कि जिसने 35 साल सरकार की सेवा की है उसे सुरक्षा मिले, क्योंकि सामाजिक सुरक्षा के बारे में चिंतित होने का समय है। एक आम नीति होनी चाहिए।"

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