जयपुर: राजस्थान में चुनाव की घोषणा अभी भले ही नहीं हुई है लेकिन माहौल गर्माता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी एक बार फिर दो दिग्गज नेताओं में सत्ता के लिए चुनाव से पहले ही गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। एक बार फिर पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी ही पार्टी की सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मुखर हो गए हैं और 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन भी कर चुके हैं। अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी नेता रघु शर्मा ने सचिन पायलट के बयान का समर्थन किया है। रघु शर्मा पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और इस समय गुजरात प्रदेश व दमन दीव, दादर-नागर हवेली के कांग्रेस प्रभारी भी हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दे बड़े थे। हालांकि हमारी सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रही है। पांच साल में हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ खूब कार्रवाई की, लेकिन वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दे बड़े थे उन पर तो कार्रवाई होनी ही चाहिए। गौरतलब है कि यही बात सचिन पायलट कहते आ रहे हैं और इसी बात को लेकर वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अनशन पर बैठ गए थे।
सचिन पायलट के अनशन को लेकर रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने फैसले अपने स्तर पर लेती है। सचिन पायलट पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उनके नेतृत्व में हमने चुनाव लड़ा और सरकार बनाई। हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सचिन पायलट के नहीं आने को लेकर सवाल पर रघु शर्मा ने कहा इस बात को बेवजह तूल नहीं देना चाहिए। उनका कार्यक्रम पहले से तय था और वन टू वन कार्यक्रम उसके बाद तय हुआ है। हम भी रविवार रात ही केकड़ी से जयपुर पहुंचे हैं।
सचिन पायलट के अनशन को लेकर रघु शर्मा ने कहा कि अगर कार्रवाई की बात प्रदेश प्रभारी ने की है, तो इसका जवाब तो वही दे सकते हैं। सीएम फेस को लेकर पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में परंपरा रही है जिसकी भी पार्टी की सरकार होती है, सरकार का मुखिया ही मुख्यमंत्री का चेहरा होता है।
रघु शर्मा ने कहा कि लेकिन इस बार बीजेपी को अपना सीएम चेहरा घोषित करना चाहिए। बीजेपी पहले भी सीएम चेहरा घोषित करती आई है, बीजेपी में अब 10-10 मुख्यमंत्री के चेहरे हैं।