उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर की हत्या के बाद तनाव व्याप्त हो गया है। सीएम अशोक गहलोत ने लोगों से शांति की अपील की। कहा जा रहा है कि टेलर ने नुपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था। इसके बाद उसकी सरेआम हत्या कर दी गई। घटना को लेकर कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं। हालांकि पुलिस ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाहों से बचने को कहा है। उदयपुर में तनाव को देखते हुए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। 600 अतिरिक्त पुलिसकर्मी वहां भेजे गए हैं। देर शाम दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है।
सीएम गहलोत ने कहा है कि यह बेहद वीभत्स घटना है और इस घटना के दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विपक्ष के नेता गुलाब चंद्र कटारिया ने भी कहा है कि उनकी मुख्यमंत्री से हेलीकॉप्टर में बात हुई है। यह अत्यंत निंदनीय घटना है। आरोपियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो घटना के बारे में बात कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र के मालदास स्ट्रीट में उस समय सनसनी फैल गई, जब दो लोगों ने एक युवक की दिनदहाडे हत्या कर दी।
दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद धानमंडी और घंटाघर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया। जानकारी के अनुसार, मृतक कन्हैयालाल के आठ साल के बेटे ने उसके मोबाइल से नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी। हांलाकि इसके बाद धानमंडी थाना पुलिस ने कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया था। इसके बावजूद समुदाय विशेष के लोग कन्हैयालाल को लगातार धमकी दे रहे थे और मंगलवार को मौका पाकर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी।
कुछ दिनों पहले नुपुर शर्मा की ओर से की गई टिप्पणी के बाद पूरे देश में विवाद उपजा था। यहां पर भी समुदाय विशेष में आक्रोश था। उसी बीच कन्हैयालाल के बेटे ने एक पोस्ट कर दी। इससे समुदाय विशेष के लोगों ने जान से मारने की धमकी दे दी। लगातार धमकी मिलने के बाद कन्हैयालाल बुरी तरह से डर गया। सूत्रों की मानें तो कन्हैयालाल की गिरफ्तारी के बाद भी हत्या करने वाले आरोपी उसे डराने और जान से मारने के धमकी दे रहे थे। कन्हैयालाल ने धानमंडी थाना पुलिस को सूचना दी और सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस अगर कन्हैयालाल को सुरक्षा प्रदान करवाती या फिर धमकी देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी करती तो कन्हैयालाल को जान से हाथ नहीं धोना पडता। मालदास स्ट्रीट में हुई दिनदहाडे़ हत्या के बाद व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। घटना के बाद मालदास स्ट्रीट के व्यापारियों ने एक-एक कर स्वयं सभी दुकानों को बंद कर एक जगह इकठ्ठा हो गए और आक्रोश व्यक्त किया। व्यापारियों ने पुलिस से आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस घटना के बाद उदयपुर में सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए और अपना आक्रोश जताने लगे। सड़क पर भीड़ के साथ टायर जलते देखे गए।
घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर दीं। सीएम गहलोत ने घटना को दर्दनाक और शर्मनाक करार दिया है। इससे समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की गई है। हत्या को कथित तौर पर दो समुदायों की ओर से उग्र सोशल मीडिया पोस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है। टेलर इस मामले में आरोपी था और उससे पुलिस ने इस संबंध में पूछताछ की थी। हमलावरों ने धारदार हथियारों से उसकी हत्या कर दी। कथित तौर पर हमलावरों ने इसका वीडियो भी बनाया। हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई है।
उदयपुर के सांसद अरुण लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार है और पहले भी जोधपुर और अन्य जगह घटनाएं हुई हैं। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कहा कि जिस तरह से यूपी सरकार अशांति फैलाने वाले ऐसे तत्वों से निपटती है, उसी तरह का कदम गहलोत सरकार को उठाना चाहिए।
राजधानी जयपुर से कुछ शीर्ष पुलिस अफसरों के साथ करीब 600 पुलिसकर्मियों को प्रभावित इलाके में भेजा गया है। पुलिस ने लोगों से ऐसे वीडियो न देखने और न ही दूसरों के बीच शेयर करने की अपील की है।