नई दिल्ली: सुभाष चंद्रा को कुल 33 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जिसमें 30 भाजपा और तीन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के हैं। उन्हें राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिये कुल 41 मतों की जरूरत है।
सुभाष चंद्रा को क्रॉस वोटिंग से उम्मीद
बताया जा रहा है कि एक बैठक में जनजातीय कल्याण के मुद्दों पर बातचीत हुई। बीटीपी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के नंबर गेम में कांग्रेस का समर्थन किया है। माकपा के दो विधायक भी कांग्रेस की तरफ झुक सकते हैं। इससे कांग्रेस के नंबर बढ़ते जा रहे हैं।
दावा तो ये भी किया जा रहा है कि कांग्रेस के चार विधायक सुभाष चंद्रा के पक्ष में मतदान करेंगे। चंद्रा को तीन आरएलपी विधायकों का समर्थन भी है। सुभाष चंद्रा का दावा है कि आठ विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे, जिसमें चार कांग्रेस के होंगे। कांग्रेस ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है।
चंद्रा को 33 विधायकों का समर्थन प्राप्त है जिसमें 30 भाजपा, तीन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के हैं।
उन्हें राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिये कुल 41 मतों की जरूरत है।
मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, कांग्रेस विधायकों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा मेरा अंदाज है कि आठ लोग क्रॉस वोटिंग करेंगे। इसलिये नहीं कि उन्हें चंद्रा से प्रेम हो गया है... लेकिन जैसा व्यवहार इस सरकार (राज्य की कांग्रेस सरकार) के कार्यकाल में हुआ या जलालत सही है... उस कारण वो क्रॉस वोट करके मुझे वोट देंगे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अपमानित महसूस करने संबंधी एक सवाल का जवाब देते हुए चंद्रा ने कहा कि वह (पायलट) इस अवसर का उपयोग 'बदला लेने या संदेश देने के लिये प्रयोग कर सकते हैं।'
भाजपा ने भी चुनाव आयोग और प्रवर्तन निदेशालय को लिखा है कि कांग्रेस की ओर से हॉर्स ट्रेडिंग और दबाव की रणनीति का आरोप लगाया गया है। पांच साल पुराने मामले में राजस्थान पुलिस से भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल को नोटिस दिया गया है।
राजस्थान राज्य सभा चुनाव में दोनों दलों के सामने अपने वोटों को सुरक्षित रखने की चुनौती है। प्रत्येक उम्मीदवार को जीतने के लिए 41 वोटों की आवश्यकता है, चौथी सीट के लिए मुकाबला भी करीबी है।