नई दिल्ली: मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने एक कार्यक्रम के दौरान खाप पंचायतों का बचाव करते हुए कहा है कि हरियाणा आज भी कई मान्यताओं को मानता है लेकिन कहीं ना कहीं संवैधानिक तौर पर मान्यताओं पर कुछ टकराव दिखता है। सीएम खट्टर ने कहा कि आज हमारे यहां खाप पंचायत को बदनाम किया गया। लेकिन खाप का एक सूत्र जो मुझे ध्यान में आया। उन्होंने कहा कि एक गांव के अंदर जो कहते है सगोत्र विवाह नहीं होना चाहिए। वैज्ञानिक तौर भी यह साबित हो गया है कि सगोत्र विवाह नहीं होना चाहिए। इसलिए बच्चों को शिक्षा दी जाती है भाई-बहन का भाई चारा बना रहे। उन्होंने कहा कि गुजरात ही एक ऐसा राज्य है जहां पर महिला के नाम के आगे बहन और पुरुषों के आगे भाई लगता है।
वर्ष 2020-21 का बजट होगा शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंम्बन पर केंद्रित: खट्टर
सीएम खट्टर ने कहा कि वर्ष 2020-2021 के बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वावलंबन पर मुख्य रूप से जोर दिया जाएगा। उन्होंने सेवा और रियल एस्टेट क्षेत्र से सम्बंधित हितधारकों के साथ बजट की तैयारियों के सिलसिले में सुझाव आमंत्रित करने को लेकर आयोजित बैठक में यह जानकारी दी थी।
उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष घोषित किया गया है जिसके चलते राज्य का आम बजट तैयार करने के लिए पहली बार राज्य विधानसभा के बजट सत्र में तीन दिन तक राज्य के सभी विधायकों से अलग-अलग विषयों पर चचार् करने के उपरांत बजट पेश किया जाएगा।