सिरसा: हरियाणा में सिरसा के कुछ गांवों के लोगों ने साध्वी यौन शोषण एवं पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड के मामलों में जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की पैरोल की अपील का विरोध किया है। सिरसा जिले के बाजेकां, सिंकदरपुर, दड़बी, जमाल, झोरडऩाली, खैरेकां व चामल सहित दर्जनभर गांवों के लोग सोमवार को उपायुक्त से मिले और एक ज्ञापन देकर डेरा प्रमुख की पैरोल पर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई।
उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि डेरा प्रमुख को अगस्त 2017 में साध्वी यौन शौषण मामले में हुई सजा के दौरान सिरसा में भड़की हिंसा में उनके गांवों में अंशाति का माहौल बन गया था जिससे ग्रामीणों के दैनिक जीवन पर विपरित असर पड़ा था तथा ग्रामीणों के खेती सहित अन्य कार्य प्रभावित हुए थे। उन्होंने आशंका जताई है कि अगर डेरा प्रमुख को पैरोल मिलती है तो सिरसा व आसपास के गांवों का अमन-चैन प्रभावित हो सकता है। उनका अमन पसंद क्षेत्र एक बार फिर हिंसा की आग में झोंका जा सकता है।
उपायुक्त अशोक गर्ग ने बताया कि उन्हें डेरा प्रमुख की पैरोल को लेकर ग्रामीणों का शिष्टमंडल मिला है जिसने पैरोल पर एतराज दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि डेरा प्रमुख की पैरोल को लेकर रोहतक प्रशासन की तरफ से मांगी गई रिपोर्ट अभी तक तैयार नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं पर बारीकी से विचार चल रहा है। रिपोर्ट संपूर्ण होने पर पेश कर दी जाएगी।