जीन्द: गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के दिन पंचकूला में हिंसा फैलाने के आरोपी दिलावर सिंह की गिरफ्तारी से कई राज खुल सकते हैं। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बी.एस. संधू ने बताया कि मामले को राजस्थान कोर्ट से हरियाणा स्थानांतरित किया जाएगा। दिलावर को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे सात दिन के रिमांड पर भेज दिया है। दिलावर सिंह एमएसजी ग्लोरियस इंटरनेशनल स्कूल सिरसा का प्रशासक था, इसलिए पुलिस उससे यह भी खुलासा करेगी कि क्या कोई स्कूल की छात्रा भी कभी राम रहीम के पास तो नहीं भेजी गई। इसके अलावा आगजनी करवाने के लिए सिरसा से कितनी फंडिंग की गई है। इस बारे में भी पुलिस खुलासा करवाने का प्रयास करेगी। पुलिस के अनुसार डेरा प्रवक्ता दिलावर सिंह ने 25 अगस्त को दान सिंह व चमकौर सिंह के साथ मिलकर पंचकूला में आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया था। उस दौरान, दिलावर सिंह बार-बार मीडिया को नसीहतें दे रहा था कि बाबा के खिलाफ कुछ गलत मत चलाओ, इससे नुकसान हो सकता है। दिलावर की अपील किसी धमकी से कम नहीं थी।
इसी कारण गुरमीत को दोषी ठहराने के बाद सबसे पहले मीडिया को ही निशाना बनाया गया था। इसके बाद से दिलावर सिंह और उसकी पत्नी पूजा गोहाना में आदर्श नगर में अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे थे। सूचना मिलने पर पंचकूला के एसीपी मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व वाली एसआइटी ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। दिलावर सिंह पर साजि़श रचने, षड्यंत्र रचने और देशद्रोह का केस दर्ज है। वह गुरमीत राम रहीम के सबसे करीबियों में से एक है। पुलिस उसे आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने बताया कि रिमांड पर चल रहे अभियुक्तों ने दिलावर सिंह पर साजिश रचने की बात कही है। वही डेरे से सभी दिशा निर्देश जारी कर रहा था। उससे पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आएंगी।