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नई दिल्ली: भारत की आज़ादी की 76वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया, लेकिन विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यक्रम में शिरकत नहीं की और एक कड़ा रिकॉर्डेड संदेश भेजा, जिसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों की उपलब्धियों का ज़िक्र किया गया।

लालकिले के सामने मेहमानों के लिए रखी गई कुर्सियों के बीच एक पर मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम लिखा था, और वह खाली रही। कांग्रेस ने उनकी गैरहाज़िरी की सफाई देते हुए कहा कि खड़गे की तबियत ठीक नहीं थी इसलिए वह समारोह में शिरकत नहीं कर सके।

अपने वीडियो संदेश में मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, मौलाना आज़ाद, राजेंद्र प्रसाद, सरोजिनी नायडू तथा बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर सरीखे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी।

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर एक भविष्‍यवाणी की। लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अगले साल 15 अगस्‍त को फिर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करने आएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि वह देश के लिए जीते हैं और जनता का दुख नहीं देख सकते।

पीएम मोदी ने कहा, "साल 2014 में मैंने परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया. मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया। परिवर्तन ने मुझे दोबारा मौका दिया। मैं आपका हर सपना पूरा करूंगा। मैं अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा। मैं आपके लिए ही जीता हूं। मैं अगर पसीना बहाता हूं, तो आपके लिए बहाता हूं, क्योंकि आप ही मेरा परिवार हैं। मैं आपका दुख नहीं देख सकता।"

उन्‍होंने कहा कि 2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, यह ऐसे ही नहीं हुआ है।

नई दिल्ली: भारत 15 अगस्त को आजादी की 77वीं सालगिरह मना रहा है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा, "सभी देशवासी उत्साह के साथ अमृत महोत्सव मना रहे हैं। सभी लोग स्वतंत्रता दिवस को उत्साह के साथ मनाने की तैयारी कर रहे हैं। ये मुझे बचपन की याद भी दिला रहा है। जब तिरंगा फहराया जाता था, तो लगता था कि शरीर में बिजली कौंध गई हो। ये सब उत्साह से भर देता था। स्वतंत्रता दिवस हमें ये याद दिलाता है कि हम व्यक्ति नहीं हैं, हम विश्व के सबसे बड़े नागरिक समुदाय हैं।

राष्ट्रपति ने कहा, "यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है। चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है। लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना।

नई दिल्ली: केंद्र की भारतमाला परियोजना फेज -1 के तहत निर्मित द्वारका हाईवे की लागत 2017 में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) द्वारा जारी राशि से 14 गुना अधिक हो गई है। यह भारत के कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (सीएजी) ने कहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक्सप्रेसवे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच एनएच-48 को समानांतर रूप से चलने वाले 14-लेन नेशनल हाईवे में विकसित करके भीड़भाड़ कम करने के लिए प्राथमिकता दी गई।

इस एक्सप्रेसवे को सीसीईए द्वारा अनुमोदित प्रति किमी लागत ₹18.20 करोड़ के मुकाबले ₹ 250.77 करोड़ प्रति किमी की बहुत ऊंची लागत पर बनाया गया। रिपोर्ट में अप्रैल 2022 से इस पर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए कहा गया है। इसके मुताबिक, "द्वारका एक्सप्रेसवे को अंतर-राज्यीय यातायात की सुचारू आवाजाही की अनुमति देने के लिए न्यूनतम प्रवेश निकास व्यवस्था के साथ आठ-लेन एलिवेटेड कॉरिडोर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया था।" इसे उच्च लागत के कारण के रूप में बताया गया था।

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