नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुए रेप और हत्या की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच कर रही है। इस मामले की अगली सुनवाई अब एक सप्ताह बात होगी। अदालत ने इस दौरान डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील की और साथ ही आश्वासन दिया कि अस्पतालों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर ने कोर्ट में कहा, "बंगाल के एक मंत्री कह रहे हैं कि हमारी नेता के खिलाफ बोलने वालों की उंगली काट लेंगे।" इस पर वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि ऐसे में तो हमें भी यह बताना होगा कि वहां विपक्ष के नेता भी गोली चलाने की बात कह रहे हैं।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने डॉक्टर्स से अपील करते हुए कहा कि हम हर तरह की कार्रवाई से संरक्षण देंगे, आप काम पर लौटिए। सीजेआई ने कहा, "न्याय और चिकित्सा को रोका नहीं जा सकता। क्या हम भी काम छोड़ कर सुप्रीम कोर्ट के बाहर बैठ सकते हैं? 13 दिन से एम्स के डॉक्टर काम पर नही हैं। यह सही नहीं है। दूर-दूर से मरीज आते हैं।"
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, हमने डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स बनाया है। डिस्ट्रेस कॉल सिस्टम बनाने जैसे सुझाव आज हमें दिए गए। टास्क फोर्स इस तरह के सभी सुझावों पर गौर करे।"
सीजेआई ने कहा, "हमने पिछली सुनवाई में राज्य सरकार से शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बलप्रयोग न करने के लिए कहा था। हम साफ करना चाहते हैं कि हमने प्रदर्शन की अनुमति देने या मना करने के राज्य के अधिकार को खत्म नहीं किया है।"
शव मिलने के 14 घंटे बाद एफआईआर लिखी
बंगाल सरकार की ओर से पेश वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि राज्य में अननेचुरल डेथ के मामलों की जांच और एफआईआर के लिए पहले से कुछ गाइडलाइंस हैं और हमने उनके मुताबिक काम किया। इस पर सीजेआई ने कहा, "यह बात अलग है। आपने शव मिलने के 14 घंटे बाद एफआईआर लिखी। प्रिंसिपल को तुरंत एफआईआर लिखवानी चाहिए थी, लेकिन प्रिंसिपल ने इस्तीफा दिया और उन्हें थोड़ी देर में दूसरे कॉलेज में नियुक्ति दे दी गई।"