नई दिल्ली: अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। बिहार और झारखंड में कई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। झारखंड में बस सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बस अड्डों से बसें बाहर नहीं निकल पाई हैं।
बुधवार के बंद को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल ने अपना समर्थन देने की घोषणा की है। वामपंथी दलों ने भी हड़ताल के आह्वान का समर्थन किया है। वहीं, एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी इस बंद को समर्थन दिया है। इससे पहले केंद्र सरकार ने कहा था कि वो एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर के पक्ष में नहीं है।
बिहार के जहानाबाद में बंद समर्थक सड़कों पर नारेबाज़ी करते दिख रहे हैं। बिहार के ही आरा में बंद समर्थक रेलवे लाइनों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजस्थान के कई शहरों में दुकाने बंद हैं। बंद का असर कई राज्यों में साफ़ दिख रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने बिहार संपर्क एक्सप्रेस को दरभंगा में रोक दिया है। हालांकि उत्तर प्रदेश में बंद का बहुत असर देखने को नहीं मिल रहा है। जहाँ बीजेपी की सरकार है, वहाँ बंद का असर कम बताया जा रहा है।
अधिकारों के साथ होगा खिलवाड़ तो जनता सड़कों पर उतरेगी- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारत बंद का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा और आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के खिलाफ जन शक्ति का एक कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है।"
अखिलेश ने कहा, "बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा जब उसको लागू करने वालों की मंशा सही होगी। सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।"
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर सरकार से संविधान संशोधन करने की मांग की और भारत बंद को बिना किसी हिंसा के शांतिपूर्ण तरीक़े से किए जाने की अपील की है।
मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भारत बंद के दौरान बसपा कार्यकर्ताओं से पार्टी के झंडे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से शामिल होने की बात कही।
इस बीच बिहार में राष्ट्रीय जनता दल ने इस बंद का समर्थन किया है जबकि केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने इसे 'विपक्ष का भारत बंद' कहा।
उधर बंद को देखते हुए राजस्थान के कई ज़िलों में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। प्रदेश के कई ज़िलों में शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और प्रशासन को बंद के दौरान किसी प्रकार की हिंसा न होने की हिदायत दी गई है।
मध्य प्रदेश में प्रशासन ने भारत बंद के दौरान विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।