नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई रेप की घटना को लेकर देश भर में लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बीच अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी। सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच इस मामले पर सुनवाई करेगी।
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर एक याचिका जस्टिस डी वाई चंद्रचूड को लिखी गई थी। जिसमें सीजेआई से पूरे मामले पर स्वतः संज्ञान लेने की मांग की गई थी। पत्र में कहा गया था कि यह मामला केवल एक निर्दोष जीवन को खत्म करना नहीं है। यह हमारे राष्ट्र की आत्मा पर हमला है, न्याय और मानवता के आदर्शों का घोर अपमान है, जिसे हमारा महान संविधान कायम रखता है।
जिस क्रूर तरीके से इस युवा जीवन को ख़त्म कर दिया गया, उसने हमारे राष्ट्र की सामूहिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है। एक होनहार डॉक्टर, जिसने स्वयं को उपचार करने और लोगों की जान बचाने के पवित्र कर्तव्य के लिए समर्पित कर दिया था। उसी परिसर में क्रूरतापूर्वक दुर्व्यवहार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
जांच में जुटी सीबीआई
इधर सीबीआई की टीम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में और उसके बाहर 3डी लेजर मैपिंग और कोडिंग शुरू कर दी है। हॉस्पिटल में डिजिटल मैपिंग हाई एक्यूरेसी 3डी लेजर स्कैनर की मदद से की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. पीड़ित डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन विभाग में एमडी सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी। रात को 12 बजे दोस्तों संग डिनर के बाद वह सेमिनार हॉल में आराम करने चली गई थी, तभी उसके साथ यह घटना हुई थी।