नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सदन में बजट पर चर्चा के दौरान बोलते हुए कहा कि भाजपा ने एक चक्रव्यूह की रचना की है। इस चक्रव्यूह में भारत की जनता को फंसाया गया है। साथ ही राहुल गांधी ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन भाजपा के इस चक्रव्यूह को भेदेगा। चक्रव्यूह को भेदने के लिए राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की बात कही है।
राहुल ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, इस सरकार के दौरान देश में डर का माहौल है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता भी डरे हुए हैं। राहुल ने कहा कि इस बजट की नीयत केवल एकाधिकार वाले उद्योगपतियों, एकाधिकार वाली राजनीति और एजेंसियों को मजबूत करने की है। राहुल ने आरोप लगाया कि देश में ‘कर आतंकवाद’ है और इसे रोकने के लिए बजट में कुछ नहीं किया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बजट में वित्त मंत्री ने पेपर लीक पर एक भी शब्द नहीं बोला, शिक्षा पर 20 साल में सबसे कम बजट दिया गया है।
उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने मध्यम वर्ग के साथ धोखा किया है, अब मध्यम वर्ग सरकार का साथ छोड़कर ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ आ रहा है।
महाभारत और अभिमन्यु-चक्रव्यूह का किया जिक्र
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "हजारों साल पहले कुरूक्षेत्र में 6 लोगों ने अभिमन्यु को 'चक्रव्यूह' में फंसा कर मारा था...मैंने थोड़ा रिसर्च किया और पता चला कि 'चक्रव्यूह' का दूसरा नाम होता है 'पद्मव्यूह'- जिसका अर्थ है 'कमल निर्माण'। 'चक्रव्यूह' कमल के फूल के आकार का है। 21वीं सदी में एक नया 'चक्रव्यूह' रचा गया है- वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है। इसका चिन्ह प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है - युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यवसाय के साथ वही किया जा रहा है...आज भी 'चक्रव्यूह' के केंद्र में 6 लोग हैं...जैसे पहले 6 लोग कंट्रोल करते थे वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं -नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अंबानी और अडानी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के हस्तक्षेप के बाद राहुल गांधी ने कहा, "...अगर आप चाहते हैं तो मैं एनएसए, अंबानी और अडानी का नाम हटा देता हूं और सिर्फ 3 नाम लूंगा।"
'अग्निवीर के परिवार को कंपनसेशन नहीं इंश्योरेंस दिया': राहुल गांधी
अग्निवीर मुद्दे पर राहुल गांधी को जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया तो राहुल गांधी ने पलटवार किया। राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने कहा था कि शहीद अग्निवीर परिवारों को कंपनसेशन दिया गया। एक करोड़ कंपनसेशन दिया गया. ये गलत कहा था। उस शहीद परिवार को इंश्योरेंस दिया था कंपनसेशन नहीं। ये सच्चाई है इसे कोई नकार नहीं सकता।
राहुल के पोस्टर दिखाने पर मचा बवाल
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान बजट से जुड़ा एक पोस्टर दिखाना चाहा। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने सख्त लहजे में कहा कि मैं पोस्टर नहीं दिखाने दूंगा। ये गलत तरीका है, सदन में ऐसा नहीं हो सकता है। राहुल ने कहा कि इस पोस्टर में एक भी आदिवासी, ओबीसी या दलित अफसर नहीं दिख रहा है। देश का हलुवा बंट रहा है और 73 फीसदी इसमें कहीं है ही नहीं। आप लोग हलुवा खा रहे हो और बाकी देश को मिल ही नहीं रहा है। 20 अफसरों ने बजट को तैयार किया है। हिंदुस्तान का हलुवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है, जिसमें से एक सिर्फ ओबीसी और एक माइनोरिटी है।
राहुल और किरेन रिजिजू के बीच हुई सदन में तीखी नोंकझोंक
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अडानी और अंबानी का जिक्र करते हुए कहा कि ये दो लोग देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को कंट्रोल करते हैं। इनके पास देश के पूरे धन की मोनोपॉली है। अगर मुझे इनके बारे में बोलना है तो मैं कैसे बोलूं। अगर आप चाहते हैं कि हम कोई नाम नहीं लें तो आप हमें कोई व्यवस्था दे दीजिए। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू खड़े हो गए और उन्होंने राहुल से कहा कि आप स्पीकर को चैलेंज करते हैं। आपको सदन का नियम नहीं मालूम है। नेता प्रतिपक्ष को सदन के नियम के बारे में मालूम नहीं होना दुख की बात है। उन्होंने स्पीकर को चैलेंज कर सदन की गरिमा को गिराया है।
राहुल ने कहा कि माननीय मंत्री जी को उन दोनों लोगों की रक्षा करनी है। ऊपर से ऑर्डर आया है। मैं इस बात को जानता हूं। देश में लोकतंत्र है, तभी वह उनका बचाव कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि अगर वह बचाव करना चाहते हैं तो मैं बैठ जाता हूं। किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं तो यहां पर फैली अव्यवस्था को लेकर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं। मैंने स्पीकर से परमिशन लेने के बाद ही बोला है। राहुल ने कहा कि आप लगातार बोल रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि आपने प्रधानमंत्री को पूरे भाषण के दौरान बोलने नहीं दिया, आज हम आपसे 10 सेकेंड मांग रहे हैं तो आप हमें बोलने नहीं दे रहे हैं। ये कैसी परंपरा है।
अडानी-अंबानी को लेकर सदन में मचा हंगामा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चाहती है कि मिडिल क्लास सपना नहीं देख पाए। फिर उन्होंने अडानी और अंबानी का जिक्र कर दिया, जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोका। उन्होंने कहा कि आपके उप नेता मुझे लिखित में देकर गए हैं कि जो सदस्य इस सदन का हिस्सा नहीं है, उसका नाम नहीं लिया जाए। इस पर राहुल ने कहा कि मैं आपसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं। इसका जवाब देते हुए स्पीकर ने कहा कि आप मुझसे सवाल नहीं पूछ सकते हैं। राहुल ने कहा कि अगर मैं उनका (अडानी-अंबानी) नाम नहीं ले सकता हूं तो मैं उनको 3 और 4 नाम दे देता हूं। स्पीकर ने राहुल को कहा कि आप नेता प्रतिपक्ष हैं, आपको सदन की व्यवस्था का पालन करना चाहिए।
सरकार ने मिडिल क्लास के पीठ और छाती में मारा छुरा: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि किसान सिर्फ एमएसपी की कानूनी गारंटी मांग रहे हैं। मैं इस सदन में वादा करता हूं कि इंडिया गठबंधन ऐसा करके देगा। मिडिल क्लास ने प्रधानमंत्री को सपोर्ट किया, लेकिन बजट के बाद हालात बदले हैं। पीएम मोदी ने कोविड के समय मिडिल क्लास से थाली बजवाई और लाइट जलवाई। अब इस बजट में मिडिल क्लास के एक छुरा पीठ में मारा और दूसरा छुरा छाती में। इंडेक्शन को कैंसिल कर पीठ में छुरा मारा और फिर कैपिटल गेन्स टैक्स बढ़ाया, उसके जरिए छाती में छुरा मारा। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स को 10 पर्सेंट से 12 पर्सेंट किया। शॉर्ट टर्म को 15 से 20 पर्सेंट कर दिया। इंडिया गठबंधन के लिए अब एक छिपा हुआ संदेश है कि मिडिल क्लास अब सरकार को छोड़ने जा रही है और इस तरफ आ रही है। आप चक्रव्यूह बना देते हो और हम इसे तोड़ने का काम करते हैं।