नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): इस बार के लोकसभा चुनाव के बाद देश की राजनीतिक स्थिति कई मायनों में बदली नजर आई। कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ दोस्ती का रिश्ता रखने वाली बीजू जनता दल (बीजेडी) अब विरोधी पार्टी बन चुकी है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेडी की नजदीकियां इंडिया गठबंधन के साथ बढ़ रही हैं।
ये अटकलों का बाजार यूं ही गर्म नहीं हुआ है। दरअसल, बीजेडी के अध्यक्ष और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जो कभी बीजेपी के साथी हुआ करते थे, लकिन उन्होंने हालिया बजट को ओडिशा विरोधी बताया। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने राज्य की वास्तविक चिंताओं को नजरअंदाज करने का काम किया, जबकि बीजेपी ने घोषणा पत्र में ओडिशा के लिए कई चुनावी वादे किए थे।
एक तरफ बीजेडी सरकार को बाहर से समर्थन भी दे रही है, वहीं सरकार के बजट का विरोध भी कर रही है। वहीं, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने दिल्ली में एनडीए सरकार के सहयोगी सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
उनका आरोप है, सत्ता में आने के बाद टीडीपी ने उनकी पार्टी के खिलाफ हिंसक रूप अपना लिया। इस विरोध प्रदर्शन में इंडिया गठबंधन के कई नेता भी शामिल हुए। जिनमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रमुख हैं।
अब समझिए राज्यसभा का गणित
लोकसभा में बीजेडी का कोई भी सदस्य नहीं है तो वाईएसआरसीपी के 4 सांसद हैं। भले ही लोकसभा के अंदर ये दोनों पार्टियां बीजेपी को परेशान न कर पाएं, लेकिन राज्यसभा में बीजेडी और वाईएसआरसीपी काफी मजबूत हैं। एक तरफ जहां वाईएसआरसीपी के राज्यसभा के अंदर 11 सदस्य हैं तो बीजेडी के 9। अगर ये अटकलें हकीकत का रूप लेती हैं, तो इंडिया गठबंधन संसद में और मजबूत होगा और सरकार को बिल पास कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
राज्यसभा में किसके कितने सदस्य
संसद के उच्च सदन में 245 सीटें हैं, लेकिन 19 सीटें खाली होने की वजह से मौजूदा वक्त में इसकी स्ट्रेंथ 226 की है। संसद डॉट इन के मुताबिक, बीजेपी के कुल 87 सदस्य हैं, कांग्रेस के 26, टीएमसी के 13, वाईएसआरसीपी के 11, आम आदमी पार्टी के 10, डीएमके के 10, बीजेडी के 9, मनोनीत सदस्य 6, आरजेडी के 6, एआईएडीएमके के 4, बीआरएस के 4, सीपीआईएम के 4, जेडीयू के 4, समाजवादी पार्टी के 4, जेएमएम के 3 सदस्यों के अलावा अन्य पार्टियों को एक-एक या दो-दो सदस्य हैं।
ऐसे में राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 होता है। जिसमें एनडीए के 101 और विपक्षी इंडिया गठबंधन के 87 सांसद हैं। अगर इन अटकलों को मानकर बीजेडी और वाईएसआरसीपी के 20 राज्यसभा सांसद इंडिया ब्लॉक में जोड़ दें तो ये आंकड़ा 107 हो जाता है जो एनडीए गठबंधन से ज्यादा है और ऐसे में सरकार को कोई भी बिल पास कराने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि दोनों ही पार्टियों की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।