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नई दिल्ली: राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर प्रश्नकाल के दौरान जोरदार हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन ने 12 जुलाई 2000 को किसानों की समस्याओं पर बनी कमेटी की बैठकों के ब्यौरे को लेकर सवाल किया। इसके जवाब में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान हमारे लिए भगवान की तरह है और किसान की सेवा हमारे लिए पूजा जैसी है। उन्होंने कहा कि इस समिति का गठन तीन उद्देश्यों- एमएसपी उपलब्ध कराने और व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के साथ कृषि मूल्य को अधिक स्वायत्तता और कृषि वितरण प्रणाली के लिए सुझाव देने के लिए हुआ था।

किसानों से सरकार का लेना देना नहींः सपा सांसद

कृषि मंत्री ने कहा कि समिति की 22 बैठकें हो चुकी हैं। समिति जो सिफारिश देगी, उस पर विचार किया जाएगा। इस पर रामजी लाल सुमन ने कहा कि ये अनिश्चचितता का वातावरण है। ये कब दूर होगा। उन्होंने कि ये सब बस बातों में है, धरातल पर कुछ नहीं है।

सांसद ने कहा कि ये जो किसान को भगवान बता रहे हैं, इनको किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। सीधा जवाब दीजिए कि आप एमएसपी को कानूनी दर्जा देना चाहते हैं या नहीं देना चाहते। बचिए मत। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राम, शिव से सवाल पूछ रहे हैं।

जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि ये सब झूठी बातें है और सरकार लगातार एमएसपी बढ़ा रही है और किसानों का भला कर रही है। शिवराज ने कहा कि सरकार ने उत्पादन बढ़ाने के साथ लागत भी कम करने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि उचित दाम देने के लिए कमेटी की रिपोर्ट जब आएगी हम आगे की कार्रवाई करेंगे।

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