नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा में आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेंद्र यादव ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा और बजट 2024-25 को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने एनडीए सरकार के 11वें बजट को लेकर कहा कि इसमें सभी वर्गों की उपेक्षा की गई है। यह सरकार गरीब विरोधी, किसान विरोधी, बुनकर विरोधी, युवा विरोधी, दलित और पिछड़ा विरोधी है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण खत्म करने का षड्यंत्र कर रही है।
शिक्षा का बजट लगातार घटाया जा रहा है
इसके साथ ही सदन में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने बीजेपी को खरी-खरी सुनाई। सपा सांसद ने सदन में इतना तक कह दिया कि अरे यार बेईमानी से जीते हो, मालूम है कितने बड़े तीरंदाज हो। वहीं उन्होंने कहा कि बेईमान हो, बेईमान हो, बेईमान हो। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि देश के नौजवान खुश होने वाले नहीं है, शिक्षा का बजट लगातार घटाया जा रहा है। सरकारी शिक्षा लगातार कम की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार का लगातार यह प्रयास है, क्योंकि नौजवान शिक्षित होंगे तो सवाल पूछेंगे।
यूपी में 1000 से ज्यादा शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं: धर्मेंद्र
सपा सांसद ने कहा कि शिक्षा को प्राइवेट करके शिक्षा को मुट्ठी भर उद्योगपतियों के हाथों में दे दिया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति का एक भी व्यक्ति देश में अरबपति हो तो बता दो। बीजेपी की सरकार में पुरानी पेंशन की कोई चर्चा नहीं है, देश के पैरामेडिकल फोर्सज को आप पुरानी पेंशन दीजिए। आपको उत्तर प्रदेश से तो बाहर कर ही दिया है, देश से भी जल्दी बाहर करेंगे। यूपी में 1000 से ज्यादा शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं, आंगनबाड़ी महिलाएं परेशान हैं।
सरकार शिक्षा क्षेत्र का करना चाहती है निजीकरण
वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार नौजवानों, किसानों, दलितों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ है। उन्होंने केंद्रीय बजट पर सामान्य चर्चा में भाग लेते हुए यह दावा भी किया कि सरकार शिक्षा क्षेत्र का निजीकरण करना चाहती है।
दलित और पिछड़ा विरोधी है एनडीए सरकार
आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘एनडीए सरकार ने 11वां बजट पेश किया है, लेकिन इसमें सभी वर्गों की उपेक्षा की गई है। यह सरकार गरीब विरोधी, किसान विरोधी, बुनकर विरोधी, युवा विरोधी, दलित और पिछड़ा विरोधी है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण खत्म करने का षड्यंत्र कर रही है।