नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानि मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा हो रही है, लेकिन बजट के खिलाफ विपक्ष का आक्रामक रुख सदन के दोनों सदनों में देखने को मिला।
लोकसभा में बजट पर चर्चा की शुरूआत करते हुए हरियाणा से कांग्रेस सांसद एवं पूर्व मंत्री कुमारी शैलजा ने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए बड़ी मेहनत से जो घोषणा पत्र जारी किया था और जिसे हमारे नेता राहुल गांधी ने लोगों के बीच जाकर लोगों को गले लगाकर समझाया था, उसकी झलक सरकार ने अपने बजट में पेश करने की कोशिश की है। इस बजट को सरकार बचाओ बजट कहें या फिर एक और जुमला बजट कहें।
उन्होंने कहा तीन राज्यों का बजट में ज़िक्र तक नहीं किया गया, लेकिन सरकार बचाने वाले सहयोगियों के राज्यों खासकर बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज दिया गया।
कुमारी शैलजा ने कहा, कृषि के लिहाज से महत्वपूण राज्य हरियाणा का बजट में नाम तक नहीं लिया, जबकि केंद्र में उस प्रदेश के तीन मंत्री हैं, एक तो मुख्यमंत्री भी रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्य से हरियाणा का नाम तक नहीं लिया गया।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि बजट में मित्रों पर मेहरवानी की गयी है। वहीं किसान और मजदूर की उपेक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों मज़दरों और युवाओं को सरकार ने मजबूर बना दिया है। उन्होंने इन मजबूरों को पांच किलों अनाज नहीं, रोजगार चाहिए।
उन्होंने कहा कि 736 किसान शहीद हो गये। लेकिन यहां एक शब्द नहीं बोला गया। आज भी शंभू बार्डर किसान लंबे समय से बैठा हुआ है। रास्ते बंद हैं, लेकिन आपने उन पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होने कहा कि जब तक आप किसान को एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं देते, तब तक किसान को न्याय नहीं मिल सकता। किसान संपन्न नहीं हो सकता है। आप किसान को मजबूर नहीं करें।
कांग्रेस सांसद ने मंहगाई और बेरोजगारी पर भी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि
केंद्र में दस लाख नौकरियां और हरियाणा में दो लाख नौकरियों को क्यों नहीं भरा जा रह हैं। जब बेरोजगारी बढ़ती है, तो युवा गुमराह होता है। हरियाणा आज अपराध और नशे का केंद्र बन गया है।
अग्निवीर योजना को युवा और सेना विरोधी करार देते हुए उन्होंंने कहा कि इस योजना को तत्काल समाप्त करें और 'जय जवान-जय किसान' का नारा बुलंद करें।