नई दिल्ली: देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर 5 सितंबर को हुए उपचुनाव के लिए आज वोटों की गिनती लगातार चल रही है। उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा सीट उपचुनाव की मतगणना में समाजवादी पार्टी ने लगातार बढ़त बना रखी है। चौथे राउंड के बाद सपा के सुधाकर सिंह ने भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है। चौथे राउंड तक सपा के सुधाकर सिंह को 14286 वोट मिले हैं। जबकि भाजपा के दारा सिंह चौहान को 10219 वोट प्राप्त हुए हैं। सपा के सुधाकर सिंह 4067 वोटों से आगे चल रहे हैं। मतगणना के दौरान कुल 34 दौर की गिनती होनी है।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इन चुनावों को विपक्षी गुट आईएनडीआईए के लिए बड़े टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि जिन सात सीटों पर चुनाव हुए हैं, उनमें उत्तराखंड की बागेश्वर, उत्तर प्रदेश की घोसी, केरल की पुथुपल्ली, पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी, झारखंड की डुमरी और त्रिपुरा की बॉक्सानगर और धनपुर शामिल हैं। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से जारी है।
किसके पाले में आएगी घोसी सीट?
सात सीटों में से धनपुर, बागेश्वर और धूपगुड़ी पर पहले बीजेपी का कब्जा था। यूपी और झारखंड की सीटें समाजवादी पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास थीं। त्रिपुरा की बॉक्सनगर सीट और केरल की पुथुपल्ली सीट सीपीएम और कांग्रेस के पास थीं। उत्तर प्रदेश की घोसी सीट मौजूदा विधायक और ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान के सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बीजेपी और सपा दोनों ही दल इस सीट को अपने पाले में कर लेना चाहते हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी एक बार फिर से घोसी पर कब्ज़ा बरकरार रखने की कोशिश कर रही है।
सात विधानसभा सीटों पर हो रही वोटों की गिनती
उत्तराखंड की बागेश्वर सीट चार बार के विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के अप्रैल में निधन की वजह से खाली हुई थी। केरल की पुथुपल्ली सीट पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमन चांडी के निधन से खाली हुई थी। इसीलिए दोनों सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। अब यह सीट किसके पाले में जाएगी ये देखने वाली बात होगी।
आईएनडीआईए के लिए बड़ी परीक्षा
बता दें कि त्रिपुरा में सीपीएम ने वोट काउंटिंग के बहिष्कार का ऐलान किया है। पार्टी ने दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी में सत्तारूढ़ तृणमूल को टक्कर देने के लिए सीपीएम और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है। संयोग से, तीनों पार्टियां विपक्षी गुट आईएनडीआईए का हिस्सा हैं। अब छह राज्यों की सातों सीटें पर किसका कब्जा बरकरार रहता है और किसको हाथ धोना पड़ेगा ये वोटों की गिनती पूरी होने के बाद ही साफ हो सकेगा।