नई दिल्ली: इस साल मानसून के सामान्य रहने के पूर्नानुमान के बीच शुक्रवार रात देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सात जुलाई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कोडागु जिले में 23 सेमी बारिश दर्ज की गई, उडुपी जैसे तटीय कर्नाटक जिलों में 18 सेमी बारिश दर्ज की गई, कन्नड़ में 18 सेमी और उप्पिनंगडी में 17 सेमी बारिश हुई।
तमिलनाडु में हुआ हिमस्खलन
तमिलनाडु में कल 14 सेमी बारिश दर्ज होने के बाद नीलगिरी क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ। राज्य में अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई है- कोयंबटूर जिले के वलपराई में 11 सेमी; हैरिसन मलयालम लिमिटेड और नीलगिरी क्षेत्र के वर्थ एस्टेट में 10 सेमी बारिश दर्ज की गई।
केरल के कन्नूर जिले के तालिरपरम्बा में 10 सेमी, कोंकण एवं गोवा और रत्नागिरी जिले में 14 सेमी और रायगढ़ में 13 बारिश दर्ज की गई। वहीं, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग में कल 14 सेमी बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी ने अगले चार से पांच दिनों के लिए केरल के मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
पूर्वोत्तर राज्यों असम और मेघालय के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में 14 सेमी और पूर्वी खासी हिल्स के चेरापूंजी में 14 सेमी बारिश दर्ज की गई। महाराष्ट्र में सतारा जिले के महाबलेश्वर में 11 सेमी और पुणे जिले के लोनावाला में सात सेमी बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार को राजस्थान के राजसमंद में 11 सेमी बारिश दर्ज की गई और मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में 10 सेमी बारिश दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर और सोलन में आठ सेमी और ओडिशा के मलकांगरी जिले और सुंदरगढ़ जिले में नौ सेमी बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी ने उत्तर भारत में भारी बारिश का जताया अनुमान
शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निवासियों ने भारी बारिश का अनुभव किया, जिससे यह पुष्टि हुई कि शहर में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय था। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले चार से पांच दिनों में उत्तर भारत में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में आठ से नौ जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। आईएमडी ने कहा, तेज बारिश के लिए तैयार रहें और आवश्यक सावधानी बरतें।
केरल में आठ लोगों की मौत, 7,800 को राहत शिविरों में पहुंचाया
केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के कारण हुई भारी बारिश में आठ लोगों की जान चली गई है। इसके अलावा, इस वर्ष अब तक राज्य भर में खोले गए 203 राहत शिविरों में 7,844 लोगों को रखा गया है। भारी बारिश और उसकी वजह से आई बाढ़ के कारण राज्य में 51 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 1,023 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
कर्नाटक में चार लोगों की मौत
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में सात जुलाई तक बारिश की वजह से चार लोगों की मौत हो गई है।
आईएमडी का 19 जुलाई तक मौसम पूर्वानुमान
सप्ताह के पहले भाग के दौरान इस क्षेत्र में हल्की/मध्यम व्यापक से लेकर व्यापक स्तर पर बारिश के साथ छिटपुट भारी बारिश जारी रहने और उसके बाद दक्षिणी राज्यों में इसमें कमी आने की संभावना है।
सप्ताह के दौरान गुजरात राज्य में हल्की/मध्यम व्यापक से व्यापक बारिश के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है; और सप्ताह के पहले भाग के दौरान कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
सप्ताह के दौरान उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना है।
मध्य भारत में सप्ताह के पहले भाग के दौरान इस क्षेत्र में हल्की/मध्यम से व्यापक बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत में, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर में व्यापक रूप से हल्की/मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।