ताज़ा खबरें
नागालैंड में 6 जिलों के सभी चार लाख मतदाताओं ने नहीं डाला वोट
चुनावों के दौरान धारा 144 लगाने पर सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया आदेश
लोकसभा चुनाव: 102 सीटों परपांच बजे तक करीब 60 प्रतिशत मतदान
रामपुर में सपा प्रत्याशी का पुलिस पर मतदान प्रभावित करने का आरोप

कोलंबो: श्रीलंका की राजनीति में आज उस समय नया मोड़ आ गया, नवनियुक्त प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया। विपक्ष ने राजपक्षे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर बुधवार को वोटिंग हुई। श्रीलंकाई संसद के स्पीकर कारू जयसूर्या ने वोटिंग के परिणाम का ऐलान करते हुए बताया कि संसद ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को पास कर दिया है। ध्वनिमत के आधार पर सरकार के पास बहुमत नहीं है। जिस समय संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हो रही थी, उस वक्त राजपक्षे समर्थक बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे।

मंगलवार को श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट ने संसद भंग करने के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना के फैसले को पलट दिया। यही नहीं, शीर्ष अदालत ने सिरिसेना की ओर से चुनाव की तैयारियों पर भी रोक लगा दी है। सिरिसेना ने 26 अक्टूबर को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को पद से बर्खास्त कर दिया था और उनके स्थान पर पूर्व प्रेसिडेंट महिंदा राजपक्षे को नियुक्त किया था।

इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद सिरिसेना ने संसद भंग करते हुए नए चुनाव का फैसला लिया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख